MP: इस सेंट्रल जेल में कैदी बन रहे पंडित!, जेल के बाहर आकर समाज को दिखायेंगे नई दिशा, ऐसे ले रहे ट्रेनिंग

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल में कई कैदी अपने अपराध की सजा काट रहे हैं, लेकिन यहीं कैदी अब पंडित बनकर समाज के लोगों को नई दिशा दिखाएंगे। आपको सुनकर यह बात हैरान जरूर कर देगी, लेकिन यह सच है। भोपाल जेल प्रशासन के द्वारा कैदियों को पंडित बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की। जिसके तहत जेल प्रशासन और गायत्री शक्तिपीठ युवा प्रकोष्ठ ने कैदियों को धार्मिक अनुष्ठान कराने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। जब यही कैदी जेल से बाहर आएगा तो वहां अपने समाज में लोगों को नई दिशा दिखाएगा और उन्हें प्रेरित भी करेगा।

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कैदियों को दी जा रही ये ट्रेनिंग

दरअसल राजधानी भोपाल की सेंट्रल जेल में कई कैदी बंद है जो अलग-अलग अपराध की सजा काट रहे हैं। इन कैदियों के लिए अब जेल प्रशासन ने एक अनोखी पहल शुरू की जिसके तहत उन्हें धार्मिक चीजों से जोड़ने के साथ ही पंडित बनाया जा रहा है और उन्हें धार्मिक अनुष्ठान कराने की ट्रेनिंग दी जा रही है। यह पहल इसलिए कि जिससे की आरोपियों को दुनिया में अलग पहचान मिल सके और उनके जीवन स्तर बेहतर हो सके। इस उद्देश्य से अभिनय शादी, जनेऊ संस्कार, हवन कर्मकांड, सत्यनारायण की कथा समेत कई धार्मिक अनुष्ठान कराने की ट्रेनिंग दी जा रही है।

40 कैदियों को दी जा रही ट्रेनिंग

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भोपाल की सेंट्रल जेल में योग पुरोहित प्रशिक्षण सत्र आयोजित कराया जा रहा है। इस दौरान पूजा पाठ कराने वाले पंडितों की तरह ही कैदियों के द्वारा भगवान के मंत्र का उच्चारण किया जा रहा है। इन कैदियों को जेल में धार्मिक अनुष्ठान कराने की ट्रेनिंग दी जा रही है। फिलहाल जेल प्रशासन ने इस प्रशिक्षण सत्र में 40 कैदियों को रखा है। इसमें उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो जेल से बाहर जाने के बाद समाज को नई दिशा दिखाएंगे।

जेल प्रशासन की यह पहल बहुत ही कारगर साबित होगी और कैदियों को भी कई तरह की शिक्षा मिलेगी ।वहीं इसको लेकर जेल अधीक्षक दिनेश नरगावे ने कहां की इस तरह की पहल से कैदियों का भगवान की तरफ रुझान जल्दी हो जाएगा। जब भी यह जेल से बाहर जाएंगे तो समाज का निर्माण करने में इनका योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगा। इसके साथ ही कार्यक्रम करवाने की वजह से जेल में वातावरण भी अच्छा बना रहेगा ।

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