अब इंदौर से बुधनी का सफर होगा आसान, 3262 करोड़ की परियोजना से बनेगी रेलवे लाइन, इन क्षेत्रों से होकर गुजरेगी
Indore Budni Railway Track : पिछले लंबे समय से इंदौर से बुधनी तक रेलवे लाइन को लेकर चर्चाएं चलती आ रही है। लेकिन यह चर्चाएं केवल दस्तावेजों में ही दिखती हुई नजर आती थी। लेकिन हाल ही में पिछले लंबे समय से जमीन को लेकर अटकी पड़ी इस परियोजना को हरी झंडी मिल चुकी है। बता दें कि अब इंदौर से बुधनी तक का सफर काफी आसान होने वाला है। गौरतलब है कि लंबे समय से इस परियोजना को लेकर चर्चाएं चल रही है।
लेकिन रेलवे लाइन बिछाने को लेकर जमीन अड़ंगा बनी हुई थी। वहीं अब समस्या को दूर कर दिया गया है और भारत सरकार द्वारा भी भूमि अधिग्रहण को लेकर नया नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। आपको बता दें कि सबसे स्वच्छ शहर इंदौर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र बुधनी तक 205 किलोमीटर की यह रेलवे लाइन परियोजना लगभग चालू होने की कगार पर है। पिछले लंबे समय से जमीन को लेकर यहां परियोजना संचालित नहीं हो पा रही थी।
इंदौर-जबलपुर की राह होगी आसान
लेकिन अब सरकार द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद यह माना जा सकता है कि इस परियोजना पर जल्द से जल्द कार्य चालू हो जाएगा। बता दें कि साल 2018 में ही इस रेलवे लाइन को स्वीकृत कर दिया गया था। लेकिन जमीनी समस्या को लेकर अब तक इस रेलवे परियोजना को पूर्ण रूप से चालू नहीं किया जा सका था लेकिन हाल ही में 28 अक्टूबर को भूमि अधिग्रहण संबंधित समस्याओं को दूर कर दिया गया है।
सरकार द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद अब यह माना जा सकता है कि बहुत जल्द इस परियोजना पर कार्य युद्ध स्तर पर चालू होने वाला है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस रेलवे मार्ग में देवास सीहोर और इंदौर की जमीन आ रही है। जिसमें शहरी और ग्रामीण दोनों मौजूद हैं। इस परियोजना में टोटल 224.542 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य 31 मार्च 2024 रखा गया है जो कि 3262 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली है।
68 किलोमीटर की दूरी कम होगी
हालांकि इस परियोजना को पूरा करने के लिए दो सुरंग जोकि चोपड़ा और करनावत में बनना है जिन का कार्य लगभग चालू भी कर दिया गया है। एक सुरंग 7 किलोमीटर की बनेगी तो वहीं दूसरी सुरंग 1 किलोमीटर की बनने वाली है। इतना ही नहीं इस परियोजना में 33 ब्रिज का निर्माण होगा तो वहीं 105 के लगभग छोटे पुल पुलिया का भी निर्माण किया जाना है। इस परियोजना को पूरा करने के लिए 2 साल का लक्ष्य रखा गया है।
वहीं इंदौर से बुधनी रेलवे परियोजना को लेकर रेलवे एक्सपर्ट नागेश नामजोशी द्वारा जानकारी साझा करते हुए उन्होंने बताया है कि इस से रेलवे लाइन से जबलपुर तक पहुंचने के लिए भी कम दूरी तय करना होगी। इस परियोजना के बाद इंदौर से जबलपुर के बीच का मार्ग तक कि वह पहले की अपेक्षा 68 किलोमीटर कम हो जाएगा। बात करें तो यह रेलवे लाइन कन्नौद खातेगांव और हरदा को भी कनेक्ट करेगी इस वजह से यहां के रहवासियों को भी इंदौर आने जाने में आसानी होगी साथ ही व्यवसाय भी बढ़ेगा।