यूपीआई ग्राहकों को आरबीआई देगा बड़ा झटका, अब यूपीआई का इस्तेमाल करने के लिए देना होगा इतना चार्ज, जानें डिटेल्स

आधुनिक दौर में डिजिटल पेमेंट का क्रेज काफी बढ़ गया है। भारत में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस का इस्तेमाल आज हर व्यक्ति कर रहा है। डिजिटल पेमेंट भारत में ही नहीं बल्कि सभी देशों में किया जा रहा है। इसके इस्तेमाल में यूपीआई सबसे अहम रोल निभा रहा है। इसके माध्यम से आज एक जगह से दूसरी जगह पेमेंट आसानी से भेजा जा रहा है। यूपीआई के इस्तेमाल के लिए ग्राहकों को किसी भी प्रकार के शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता है, लेकिन अब जल्दी ही इस सुविधा को खत्म करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा कदम उठाया जा रहा है।

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नए नियम लागू करेगी आरबीआई बैंक

भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा अब नए नियम लाने की योजना पर काम किया जा रहा है। यदि आप इनके जीवन शैली में यूपीआई का उपयोग करते हैं तो इस खबर को जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। आरबीआई ने डिस्कशन पेपरों को 4 दिन पेमेंट सिस्टम के नए प्रस्ताव में यूपीआई से लेनदेन की प्रक्रिया के लिए शुल्क वसूलने की बात कह दी है। यानी कि अब यूपीआई का इस्तेमाल करने वालों को बड़ा झटका लगने वाला है ।आरबीआई ने इस योजना पर विचार कर रही है। जिसके बाद यूपीआई के बुनियादी ढांचे की निवेश और संचालन की लागत ही वसूली जांच करना बताया है।

इसलिए करते है यूपीआई का इस्तेमाल

आरबीआई की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार यूपीआई का उपयोग तत्काल पेमेंट के लिए किया जाता है। अगर किसी को पेमेंट भेजना है तो तत्काल यूपीआई की मदद से भेज सकते हैं। यूपीआई फंड ट्रांसफर पर भी शुल्क देना होगा। आरबीआई ने बताया पेमेंट सिस्टम सहित किसी भी अन्य एक्टिविटी में फ्री में सुविधा उपलब्ध नहीं होनी चाहिए ।जब तक जनता की भलाई और राष्ट्र कल्याण के लिए बुनियादी ढांचे के समर्थन का कोई तथ्य नहीं हो। आरबीआई ने यूपीआई पेमेंट को लेकर यह सुझाव दिया है। अलग.अलग राशि के पैकेट के आधार पर डियर चार्ज लगाया जा सकता है।

गौरतलब है कि इस समय यूपीआई का इस्तेमाल हर व्यक्ति कर रहा है ।डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने अब हर चीजें यूपीआई के माध्यम से जोड़ दें। यानी कि अब हर किसी को यूपीआई का इस्तेमाल करना महंगा पड़ने वाला है, क्योंकि अब आरबीआई बैंक की तरफ से यूपीआई का इस्तेमाल करने वालों से चार्ज वसूला जाएगा। यूपीआई एक फंड ट्रांसफर सिस्टम जिसमें इंस्टेंट पेमेंट के लिए उपलब्ध वहीं रियल टाइम में फंड सेटेलमेंट की सुविधा भी दी जा रही है। इस प्रोसेस में भाग लेने के लिए बैंकों के बीच नेट मैसेज पर एक समझौता भी किया गया है।जिसमें यूपीआई फंड ट्रांसफर पर चार्ज लगाने की आवश्यकता पड़ सकती है।

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