इस बुजुर्ग का अपनों ने छोड़ा साथ, कहीं नहीं मिली मदद तो खांकी वर्दी बनी सहारा, देखिए कैसे की मदद
इंदौर पुलिस ने एक बार फिर मानवता की मिसाल पेश की है। जहां अपनों का साथ छोड़ने के बाद एक 70 वर्षीय बुजुर्ग तीन इमली बस स्टेंड पर लावारिस हालत में घूम रहे थे, जहां रात्रि गश्त के दौरान पुलिस की नजर बुजुर्ग पड़ी तो वहां उन्हे पुलिस थाने ले गए,जहां उनके खाने-पीने की व्यवस्था करने के साथ ही अब परिजनों की तलाश की जा रही है। कहते है अगर अपनो का साथ छूट जाये तो रास्ते में कोई ना कोई हमराही तो मिल ही जाता है। थाना प्रभारी ने वृद्ध व्यक्ति को खाना खिलाया और शांति निकेतन में ठहरने की व्यवस्था की गई है। पुलिस को वृद्ध की महाराष्ट्र रहने की जानकारी मिली है, संबंधित पुलिस से भी बातचीत की जा रही है।
इसी तरह का एक वाक्या मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में देखने को मिला है, जहां एक बुजुर्ग का जब अपना से साथ छुट गया तो पुलिस उसके लिए परिजन बनकर आई और उसकी सेवा में लग गई। पुलिस ने बुजुर्ग के लिए कानून के दायरे में रहने के साथ ही मानवता की मिशाल भी पेश की है।
थाना प्रभारी ने 70 वर्षीय बुजुर्ग को खिलाया खाना
दरअसल आजाद नगर थाना क्षेत्र के तीन इमली चौराहे पर एक 70 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति को दो बाइक सवार छोड़ कर चले गए थे। वहां से गश्त के दौरान गुजर रहे थाना प्रभारी ने जब वृद्ध व्यक्ति से घर का पता पूछा तो वह किसी अन्य भाषा में बोल रहा था जो उन्हे समझ नहीं आ रही थी, आसपास पूछने पर जानकारी मिली कि एक बाइक सवार दो व्यक्ति इन वृद्ध को यहां छोड़ कर चले गए हैं, तभी से यह नहीं बैठे हुए थे। तत्काल वृद्ध व्यक्ति को थाने ले जाया गया और एक एनजीओ की मदद ली गई। थाना प्रभारी ने वृद्ध व्यक्ति को खाना खिलाया और शांति निकेतन में ठहरने की व्यवस्था की गई है। पुलिस को वृद्ध की महाराष्ट्र रहने की जानकारी मिली है, संबंधित पुलिस से भी बातचीत की जा रही है।
मातापिता अपने बच्चों की बेहतर परवरिश करते है ताकि बुढ़ापे में उनका सहारा बनेंगे। लेकिन कलयुगी संतान बुजुर्ग अवस्था में मातापिता की सेवा करने के बजाए उन्हे लावारिस हालत में छोड़कर दर-दर भटकने के लिए छोड़ा जा रहा है,फिलहाल देखना होगा की ऐसे परिजनों को तलाश कर पुलिस क्या एक्शन लेती है।