मध्यप्रदेश में इस जगह बनेगा 25 एकड़ भूमि में सोलर प्लांट, हर साल पैदा होगी 79 लाख किलोवॉट बिजली, 5 करोड़ की होगी बचत
मध्यप्रदेश के शिवराज सरकार प्रदेश में बिजली उत्पादन को बढ़ाने के लिए कई तरह के प्रयास कर रही है। बिजली महंगी हो जाने की वजह से हर वर्ग परेशान है। ऐसे में अब सरकार सोलर प्लांट लगाकर बिजली उत्पादन करने में लगी हुई है। ऐसे में अब बीएचईएल भोपाल उद्योग नगरी ए सेक्टर गोविंदपुरा में 5 मेगावाट का पावर सोलर प्लांट लगाया जा रहा है। इस सोलर प्लांट के लग जाने से हर साल करीब 79 लाख किलो वाट बिजली उत्पन्न होगी।
25 एकड़ भूमि में लगेगा सोलर प्लांट
गोविंदपुरा में 25 एकड़ भूमि में सोलर प्लांट लगाया जा रहा है। सोलर मॉड्यूलर बीएचईएल द्वारा इसे बनाया गया है। इस सोलर प्लांट में करीब 22 करोड रुपए की लागत आई है। इससे पैदा होने वाली बिजली से बीएचईएल को प्रतिवर्ष करीब 50000000 की बचत होगी। इसके अलावा शहरभर को बिजली भरपूर मात्रा में मिलेगी और बढ़ते बिजली बिल की कीमत से आम जनता को राहत भी मिलेगी।
बीएचईएल 1983 में हुआ था इसका निर्माण
बीएचईएल 1983 से सौर फोटोवोल्टिक सेल और मॉडल का निर्माण करने वाला पहला इंजीनियरिंग संस्थान है। लगातार अपने सौर पोर्टफोलियो का विकास कर रहा है। इंजीनियरिंग मैन्युफैक्चरिंग डिजाइन समेत सभी सौर ऊर्जा जरूरतों के लिए सुविधा भी प्रदान करता है। इरेक्शन परीक्षण और कमिश्निंग का 3 दशकों से अधिक का अनुभव होने के साथ ही छत जमीन और पानी पर सौर ऊर्जा से लेकर अंतरिक्ष में सौर ऊर्जा लगाने का अनुभव है ।यहीं कारण है कि बीएचईएल के पास अत्याधुनिक निर्माण सुविधा के साथ-साथ विशेष आरएंडडी केंद्र भी उपलब्ध है।
इन जगहों पर बना है सोलर प्लांट
बीएचईएल द्वारा जीआईपीसीएल चरनका गुजरात में 75 मेगावाट, एसपीबी संयंत्र एनएलसी नेवेली तमिलनाडु 75 मेगावाट, आंध्र प्रदेश में 50 मेगावाट, मंदसौर मध्य प्रदेश में 50 मेगावाट का एसपी भी संयंत्र का निर्माण किया गया है। ऐसे में अब राजधानी भोपाल के उद्योग नगरी ए सेक्टर गोविंदपुरा में 5 मेगावाट पावर का सोलर प्लांट लगाया जा रहा है।