मध्यप्रदेश के इस युवा की ऐसी बदली तक़दीर, मधुमक्खी पालन से अरुण द्विवेदी सालाना कर रहे इतनी कमाई

रीवा जिले के बैकुंठपुर के पिपरी गाँव के रहने वाले किसान अरुण प्रसाद द्विवेदी ने प्राइवेट नौकरी छोड़कर मधुमक्खी पालन का व्यापार शुरू किया जिससे उनकी किस्मत बदल गई, मधुमक्खियों से निकलने वाले शहद को बेचकर किसान हर साल करीब 14 लाख रूपए कमाई कर रहा है। इस व्यवसाय को करने के फैसले ने उनके जीवन में काफी बदलाव आये और वो अब इससे अच्छा मुनाफा कमा रहे है। अरुण में व्यापर को आगे बढ़ाते हुए शहद प्रोसेसिंग प्लांट भी शुरू किया है जो जिले का पहला और प्रदेश का दूसरा प्लांट है इसको शुरू करने में प्रशासन का अहम योगदान रहा।

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मधुमक्खी पालन और शहद व्यापार के लिए छोड़ी जॉब

आपको बता दें कि किसान अरुण द्विवेदी 2017 में कृषि विज्ञान केंद्र के संपर्क में आये जहां से उन्होंने मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण प्राप्त किया जिसके बाद तीस बॉक्स से मधुमक्खी पालन की शुरआत की। उसके बाद पहले ही साल में इससे निकलने वाले शहद से काफी आमदनी हुई। 30 बाक्सों से शुरू हुआ सफर आज 125 बॉक्स तक पहुँच गया है। और इससे अच्छा ख़ासा मुनाफा भी हो रहा है एक किलो शहद 400 रूपए में बेचते है।

शहद व्यापार के क्षेत्र में जिले का नाम रोशन करने वाले अरुण ने अब अपना खुद का प्लांट शुरू कर लिया है और लोगों को प्रशिक्षण भी दे रहे है इसको शुरू करने में प्रशासन का अहम योगदान रहा। प्रशासन के सहयोग से उद्यान की विभाग के प्रधानमंत्री सूक्षम खाद्य उद्दयम योजना के तहत इसको शुरू किया गया है जिसमे अरुण को उद्यान की विभाग द्वारा 17 लाख पचास हजार का लोन भी मिला है।

किसान अरुण ने दिया 11 लोगों को दिया रोजगार

आपको बता दे की यह जिले का पहला और प्रदेश का दूसरा शहद प्रोसेसिंग प्लांट है पहला प्लांट बालाघाट में है और दूसरा रीवा जिले के पिपरी गाँव में किया जा रहा है इसको शुरू करने के पीछे उनका उद्देश्य यही है की वो शहद के छेत्र में अपने जिले का नाम देश में रोशन करना चाहते है और ज्यादा से ज्यादा लोगो को इससे जोड़ना चाहते है अरुण इस व्यवसाय में अभी 11 लोगों को रोजगार दे चुके है उनका उद्देश्य है की वो ज्यादा से ज्यादा लोगो को रोजगार दे सके।

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