मध्यप्रदेश की इस बेटी का संघर्ष, 15 साल की उम्र में NCC में बनी सटीक निशानेबाज, अब गोल्ड जीतकर बनी इंडिया नंबर वन शूटर

मध्य प्रदेश की बेटियां हर क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल कर रही है। इसके साथ ही खेलों की बात करें तो लगातार कीर्तिमान रच रही है। ऐसे में अब मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी की शूटर आशी चौकसे ने अजरबैजान के बाकू में आईएसएसएस विश्वकप में कीर्तिमान रचा है। इन्होंने राइफल थ्री पोजिशन मिक्स टीम इवेंट में स्वर्ण पदक जीत कर अपने माता पिता के साथ ही प्रदेश का नाम रोशन किया है।

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2 साल एनसीसी के बाद शूटिंग का लक्ष्य

बता दें कि अजरबैजान के बाकू में आयोजित हुए आईएसएसएस वर्ल्ड कप में आशी ने स्वर्ण पदक जीता है। उनका यहां तीसरा अंतर्राष्ट्रीय टूर रहा है। आशी अवधपुरी में रहती है उनका कहना है कि वहां 15 साल की उम्र से एनसीसी कैंप में भाग लेने पंचमढ़ी चली गई थी तब से वहां हाथ में राइफल थाम कर इस तरह की ट्रेनिंग कर रही थी ।उनके साथ 100 कैडेट्स शामिल थे। 2 साल तक एनसीसी में रहने के बाद उनका निशाना सटीक हो गया और कर्नल ने कहा कि तुम शूटिंग खेल में अपना करियर बना सकती हो, इसके बाद उन्होंने अपने सपने को साकार बनाने के लिए काफी मेहनत की है।

2017 में शूटिंग अकादमी के लिए दिया ट्रायल

आशी ने 2017 में मध्यप्रदेश शूटिंग अकादमी के लिए ट्रायल दिए। इस दौरान उनका सिलेक्शन हो गया और प्रोफेशनल ट्रेनिंग इस अकादमी से ली है हालांकि शुरुआत में ओपन साइट से वेपन चलाती थी, लेकिन बाद में बीप साइट पर फोकस किया। 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में उन्होंने इंडिया में नंबर वन 1 रैंक हासिल की। वहां जूनियर होकर भी सीनियर लेवल पर भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रही है।

आशी बताती है कि उन्होंने इस खेल के लिए काफी मेहनत की। 1 सप्ताह में 6 दिनों तक 6—6 घंटे तक रेंज में ही बैठी रहती थी। फिजिकल ट्रेनिंग के साथ डाइट का ख्याल भी रखती थी। इसके साथ ही 2021 में उन्हें उनकी मेहनत का फल मिला है, तब वहां नेशनल में परफॉर्मेंस देकर पैरों में हुए जूनियर विश्व चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में चुनी गई। हालांकि इस दौरान उनका परफॉर्मेंस कुछ खास नहीं रहा, लेकिन इसी साल मई में हुए विश्वकप स्थित जूनियर शूटिंग में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए दो कांस्य पदक अपने नाम किए थे।

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