रूस-यूक्रेन में छिड़ा युद्ध, भारत में आम आदमी की जेब पर फिर पड़ेगा असर, इन चीजों के बढ़ सकते है भाव

रूस और यूक्रेन के बीच तनाव युद्ध स्तर तक पहुंच गया है। रूस की सेना ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है । इन दोनों देशों के बीच तनाव का सीधा प्रभाव अब भारत पर पड़ सकता है क्योंकि इन दोनों देशों से भारत के व्यापारिक संबंध बहुत अच्छे है। ऐसे में दोनों देश के बीच विवाद की वजह से भारत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। जिससे आने वाले समय में पेट्रोल डीजल से लेकर हर चीजें महंगी हो जाएगी और इसका सीधा प्रभाव भारत के आम लोगों पर भी पड़ेगा। दरअसल इस समय रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ गया और ऐसे में अब दोनों देशों की सेना की तरफ से हमला किया जा रहा है।

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इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति ने सभी लोगों से घर में रहने की अपील की और उन्हें कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है हमारे सेना आपकी रक्षा में खड़ी है। वहीं हर व्यक्ति की नजर अब यूक्रेन और रूस की बॉर्डर पर टिकी है।

रूस-यूक्रेन जंग का प्रभाव भारत पर भी

इन दोनों देशों के बीच घमासान बढ़ता जा रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति भी अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर रहे हैं। इस युद्ध को लेकर भारत ने पहली बार आधिकारिक बयान जारी किया जिससे दोनों देशों से शांति रखने की अपील की है, लेकिन अगर युद्ध आगे जारी रहता है तो भारत की स्थिति खराब हो जाएगी क्योंकि इन दोनों से भारत के व्यापारिक संबंध बहुत अच्छे हैं और ऐसे में तनाव की स्थिति के बीच व्यापार को नुकसान पहुंच सकता है। इन देशों के बीच तनाव की स्थिति से भारत के व्यापार को नुकसान होगा और वहीं इसका सीधा असर आम व्यक्ति की जेब पर पड़ेगा जिससे तेल की कीमतों में उछाल और महंगाई दर बढ़ सकती है। रसोई गैस और गेहूं समेत अनाजों में भी बढ़ी हुई कीमत देखने को मिल सकती है।

बता दें कि रूस भारत में कच्चा तेल निर्यात करता है। भारत में यह कच्चा तेल 100 डॉलर के लेवल को पार कर गया है। जिसका प्रभाव विदेशी मुद्रा भंडार पर भी पड़ेगा और एक बार फिर महंगाई बढ़ सकती है। ब्रेंट तेल की कीमत 100.04 डॉलर प्रति बैरल, जबकि डब्ल्यूटीआई 95.54 डॉलर प्रति बैरल हो गई है। वहीं अभी देश में तेल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखने को मिला है।

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एलपीजी गैस और केरोसिन में आएगा उछाल

वहीं कच्चे तेल की कीमतों के साथ ही अब एलपीजी और केरोसिन में भी उछाल देखने को मिल सकता है जिससे भारत का सब्सिडी बिल भी बढ़ेगा। इसका प्रभाव सीधा आम व्यक्ति की जेब पर पड़ेगा अगर एलपीजी गैस की कीमत 1 डॉलर भी बढ़ती है सीएनजी की कीमत 4.5 रुपये प्रति किलो बढ़ जाएगी। स्पष्ट है CNG की कीमत में 15 रुपये प्रति किलो बढ़ सकती है।

पेट्रोल डीजल के दामों में होगी बढ़ोतरी

इस समय पेट्रोल डीजल के भाव बढ़े हुए हैं हालांकि दीपावली के समय आम व्यक्ति को पेट्रोल-डीजल से राहत जरूर मिली थी, लेकिन अब भी पेट्रोल 107 प्रति लीटर के करीब है। ऐसे में रूस और यूक्रेन के बीच तनावपूर्ण स्थिति की वजह से पेट्रोल डीजल के भाव फिर बढ़ जाएंगे और इसका सीधा असर आम व्यक्ति की जेब पर पड़ेगा। अगर हम दिल्ली की बात करें तो डीजल 95.3 वही पेट्रोल 86.7 प्रति लीटर तक बिक रहा है।

इसके साथ ही गेहूं के दाम भी बढ़ सकते हैं वहां खाने-पीने के तेल के दाम में भी बढ़ोतरी देखी जा सकती है। खाद और न्यूक्लियर रिएक्टर को बायलर की आपूर्ति का प्रभाव भी हो सकता है। कई हथियार भी महंगे हो सकते हैं। आटोमोटिव एग्जास्ट सिस्टम और मोबाइल फोन में इस्तेमाल होने वाली धातु की कीमतों में वृद्धि देखने को मिल सकती है।