किसान पिता की तकलीफें सह नहीं पाई 10वीं की ये छात्रा, 14 साल की उम्र में बनाया ऐसा ऐप पीएम मोदी ने भी की सरहाना

भारत में लोगों में टैलेंट की कमी नहीं है। अगर जरूरत पड़ जाए तो बखूबी अपने टैलेंट से नया अविष्कार करने की ताकत रखते हैं। ऐसे में हम आपको एक ऐसी छात्रा के बारे में बता रहे हैं। जिनसे अपने पिता की तकलीफ देखी नहीं गई और उन्होंने ऐसा आविष्कार कर दिया है ।जिसकी वजह से अब उनकी सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर रहे हैं। दरअसल जिस छात्रा की हम बात कर रहे हैं। वहां नंदनी कुशवाह है जो कि उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के महरौली तहसील की रहने वाली है ।10वीं की छात्रा होने के नाते उन्होंने किसानों की तकलीफों को ध्यान में रखा और एक ऐसा ऐप बनाया है ।जिससे उनकी आधी से ज्यादा परेशानियों का समाधान इस ऐप में मिल गया है।

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10 की छात्रा का गजब का अविष्कार

दरअसल भारत में कई युवा वर्ग है जो शिक्षा क्षेत्र में नए-नए कीर्तिमान रच रहे हैं। इसके अलावा कृषि क्षेत्र से जुड़े कार्य भी अब युवा तकनीकी तरीके से कर रहे हैं। कृषि में कार्य आने वाली ऐसी चीजों का आविष्कार कर रहे हैं जिससे किसानों की परेशानी ही खत्म हो गई है। इसी बीच अब उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के महरौली तहसील की रहने वाली दसवीं कक्षा की छात्रा नंदिनी कुशवाहा ने गजब का आविष्कार किया है ।

छात्रा ने मोबाइल ऐप्स का किया अविष्कार

नंदिनी ने भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से गुजरात के गांधीनगर में 4 जुलाई को डिजिटल इंडिया वीक 2022 कार्यक्रम में बुलावा आया था ।इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। वहीं नंदिनी के प्रोजेक्ट ध्यान से सुनना और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित भी किया है। नंदिनी ने अब किसानों समस्याओं को देखते हुए एक मोबाइल ऐप का अविष्कार किया है।

पिता की समस्या देखते हुए किया अविष्कार

नंदनी ने बताया कि उससे उसके पिता की परेशानी नहीं देखी गई खेती में अच्छी पैदावार नहीं होने की वजह से उनके पिता अक्सर परेशान रहा करते थे। उन्हें लगता था कि उनके पिता दिन रात मेहनत तो करते हैं लेकिन इसके बावजूद भी फसल का उत्पादन कम ही हो रहा है। ऐसे में खेती के उत्पादन को बढ़ाने के लिए उन्होंने ऐसा गजब का काम किया कि आज वहां काफी पॉपुलर हो गई है।

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जानिए इस ऐप्स की खासियत

उन्होंने कहा कि अपने पिता और किसानों की समस्याओं को देखते हुए उन्होंने एक ऑनलाइन क्लास के दौरान मिट्टी के परीक्षण और उसकी समस्याओं के बारे में जानने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने ठान लिया था कि वहां एक ऐसा एक बनाएगी। जिससे मिट्टी का परीक्षण किया जा सके इसके अलावा मिट्टी में क्या कमी है ।इस बारे में किसानों को जानकारी दे सके। इसके बाद इस प्रोजेक्ट पर उन्होंने काम करना शुरू किया और आगे बढ़ते हुए उन्होंने ‘मिट्टी को जानो, फसल पहचानो’ नाम का एक ऐप लांच किया जो कि मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व का विश्लेषण करके मिट्टी के लिए सबसे अधिक फसल की पहचान कर सकता है। इस ऐप के द्वारा मिट्टी में मौजूद नाइट्रोजन, पोटेशियम, फास्फोरस, तापमान और आद्रता के बारे में भी जानकारी दे सकता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दे नंदनी के द्वारा बनाया गया ।यह एक अब किसानों के लिए काफी कारगर साबित होगा। यह एक 2025 तक फिजिकल रूप में बन जाएगा। इसके आने से किसानों के फसल उत्पादन में काफी बढ़ावा होगा। इसके अलावा इस सेट की खासियत यह भी है कि यह मिट्टी की गुणवत्ता बताने के साथ की फसल में खाद और कीटनाशक की कितनी कमी है ।इसकी जानकारी भी किसानों को आसानी से देगा ।हालांकि 14 साल की नंदिनी राजकीय बालिका इंटर स्कूल में दसवीं की छात्रा है, लेकिन अब उनके पिता और किसानों की समस्याओं को देखते हुए बनाया गया। इस ऐप के बाद सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही है।