इस किसान ने ऑर्गेनिक खेती को बनाया लाभ का धंधा, विदेशी फल की खेती में मिला सम्मान, अब कमा रहे अच्छा मुनाफ़ा

भारत में इस समय किसान पारंपरिक खेती को छोड़कर आधुनिक खेती करने में लगे हैं। इस समय किसान गेहूं मक्का धान की खेती को छोड़कर नई तरह की खेती करने में लगे हैं। ऐसे में किसानों को नई तरह की किस्म की खेती करने से काफी मुनाफा भी होता है। दरअसल पहले किसान खेती में दिन रात मेहनत करते थे, लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें ज्यादा मुनाफा नहीं मिल पाता था। खेती की जुताई फसल की कटाई, बुवाई से लेकर कई तरह के काम होते हैं जिसमें अधिक खर्च लगता था, लेकिन अब आधुनिक खेती में तकनीकी तरीके से खेती की जाती है जिसमें मेहनत कम लगने के साथ ही खर्चा भी कम होता है।

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इस फल की खेती से कमाए अच्छा मुनाफ़ा

ऐसे में हम आपको एक ऐसे किसान के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की और इससे अब अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह एक विदेशी फल है जिसका भारत में उत्पादन किया जा रहा है। इसके फायदे बहुत अधिक है यह फल ह्यूमन बॉडी की जरूरत होती है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन और मिनरल शरीर की मरम्मत और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। इस फल को सभी लोगों को खाना चाहिए। ड्रैगन फूड एक विदेशी फल है परंतु इसके कई तरह के फायदे होते हैं।

जानिए इस फल के फायदें

इस फल में छोटे छोटे काले रंग के बीज पाए जाते हैं जो ओमेगा-3, ओमेगा-9 और फैटी एसिड का सबसे अच्छा स्त्रोत है। इसका इस्तेमाल करने से शरीर में पाए जाने वाले दिल हमेशा मजबूत होते हैं। इसके साथ ही डायबिटीज कंट्रोल करने में भी यह काफी कारगर साबित होता है। इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल को घटाने के साथ ही शरीर की हड्डियों को मजबूत करता है।

किसान ऋतुराज ने कैसे शुरू की खेती

इस फल की खेती करने वाले किसान की कहानी विस्तार से आपको बताते हैं। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के निवासी ऋतुराज जिन्होंने आधुनिक तकनीक और नवाचार से खेती करना सीखा है। उनका तरीका खेती को फायदेमन बना रहा है। आधुनिक खेती के दौर में उन्होंने ड्रैगन फ्रूट की खेती को अपनाया । इसके बाद इस जिले में स्वयं की एक अच्छी खासी पहचान बनाई और अपनी आय को दोगुना किया है। इसके बाद ऋतुराज को इस खेती के लिए कई तरह के पुरस्कार भी मिले है। लोकल मार्केट में 200 रुपये प्रति किलो के भाव से यह फल बिकते है। वेगन फूड के 380 पोल है और प्रतीक पोल पर 4 पौधे लगाए जाते हैं। किसान के मुताबिक प्रतिवर्ष 5 वर्षों तक सभी पोल से उत्पादन बढ़ते बढ़ते करीब 25 से 30 किलो तक हो जाते हैं।

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आर्गेनिक खेती से कमा रहे अच्छा मुनाफ़ा

किसान ऋतुराज का कहना है कि पिछले साल 380 पोल से उन्हें करीब 1 क्विंटल फल मिले थे। इस खेती में ऋतुराज के पिता राजेंद्र सिंह भी उनकी मदद में रहे बिजनौर के जिला अधिकारी उमेश मिश्रा ने इस खेती को बढ़ावा देते हुए फल की खेती करने वाले किसान को पुरस्कार के साथ सम्मानित भी किया। इस मौके पर उप कृषि निदेशक गिरीश चंद्र जिला कृषि अधिकारी डॉ मनोज रावत समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा ऋतुराज अपने खेत में गुड़, शक्कर, सरसों, तेल, उड़द, मूंग, बासमती, चावल, हल्दी, काला, गेहूं समेत कई तरह के उत्पादों की आड़ में आर्गेनिक खेती करते हैं और इससे अच्छा खासा मुनाफा भी कमा रहे है।