MP की इस मां ने बेटी के लिए CM हेल्पलाइन से मांगी मदद, जवाब जो मिला सुनकर रह जायेंगे हैरान
इस समय रूस और यूक्रेन में तनाव की स्थिति बनी हुई है। कभी भी युद्ध हो सकता है ऐसे में वहां कई भारती बच्चे फंसे है जो पढ़ाई करने के लिए गए थे। इन बच्चों को वापस लाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने काफी प्रयास किया और आखिरकार बुधवार को उन बच्चों को वापस वतन लेकर आ गए है। वहीं इसमें विदिशा की रहने वाली एक छात्रा सृष्टि विल्सन शामिल थी जिनकी मां अपनी बेटी को लेकर लेकर काफी परेशान हो गई जिसके बाद उसे कुछ समझ में नहीं आया और उसने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर मदद मांगी। इसके बाद सीएम हेल्पलाइन से जो जवाब मिला वह हैरान करने वाला था।
परेशान मां ने सीएम हेल्पलाइन से मांगी मदद
दरअसल विदिशा की रहने वाली छात्रा सृष्टि विल्सन यूक्रेन पढ़ाई करने के लिए गई थी, लेकिन रूस और यूक्रेन में युद्ध जैसी स्थिति बन गई जिसके बाद वहां वापस अपने देश लौटना चाह रही थी। उनकी मां ने उससे वीडियो कॉलिंग से बात की जिसमें वहा वापस बुलाने की बात कर रही थी। इसके बाद मां को कुछ समझा नहीं आया और डायरेक्ट सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर दी। इस दौरान सीएम हेल्पलाइन पर बैठे जिम्मेदार अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया और निराशाजनक जवाब दे डाला।
जवाब मिला, यूक्रेन थाने में फोन कीजिए
वहीं जब छात्रा सृष्टि की मां ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत तो जवाब मिला वह हैरान करने वाला था। सीएम हेल्पलाइन पर बैठे जिम्मेदार अधिकारियों ने जवाब देते हुए कहा कि अगर कोई मध्यप्रदेश का मामला है तो कॉल कीजिए यह यूक्रेन का मामला है इसलिए यूक्रेन थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराईये। इस जवाब को सुनकर मां हैरान रह गई।
लैब टेक्नीशियन है सृष्टि की मां
वैशाली विल्सन ब्लड बैंक में लैब टेक्नीशियन के पद पर काम करती है। उनकी बेटी सृष्टि विल्सन यूक्रेन के कीव शहर में एमबीबीएस की पढ़ाई करती है। उसका 5th सेमेस्टर चल रहा था, लेकिन यहां पर युद्ध जैसी स्थिति बन जाने के कारण उसने वापस आने का मां से अनुरोध किया। लेकिन मां क्या कर सकती थी उसने सीधा सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की थी, लेकिन उसने यह नहीं सोचा था कि उन्हें इस तरह का जवाब मिलेगा। हालांकि सरकार ने सभी बच्चों को वापस बुला लिया है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीएम हेल्पलाइन को लेकर कई बड़े-बड़े दावे करते हैं कि यहां जो भी शिकायत करते हैं उसका तुरंत निराकरण हो जाता है, लेकिन जब एक परेशान मां ने अपनी बेटी को वापस बुलाने की गुहार लगाई मदद मांगी तो जिम्मेदार अधिकारियों ने पल्ला झाड़ लिया। वहीं अब इनकी कार्यप्रणाली पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।