विंध्याचल की पहाड़ियों का दीदार करेंगे यात्री, इंदौर-अकोला के बीच बन रहा राष्ट्रीय राजमार्ग, इतने पेड़ों को कटने से बचाएंगी ये सुरंग

केंद्र की मोदी और मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के द्वारा मध्य प्रदेश को कई तरह की सौगात दी जा रही है। वहीं केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। अब इंदौर एदलाबाद अकोला फोरलेन का काम तेजी से किया जा रहा है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग इंदौर के अकोला के बीच बन रहा है जो बड़वा खंडवा इंदौर चोरल के जंगलों से निकलेगा। इस रास्ते से निकलने वाले यात्रियों को जंगल का खूबसूरत नजारा देखने को मिलेगा। यह सफर काफी सुहाना होने वाला है, क्योंकि यह सड़क विंध्याचल की पहाड़ियों के बीच से निकलेगी। इसमें पहला हाईवे मालवा निमाड़ का है जिसमें करीब 800 मीटर की दो सुरंग बनाई जाएगी।

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हालांकि इसमें खास बात यह है कि पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और करीब 2 हजार पेड़ों को भी कटने से बचाया जाएगा। इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार ने करीब 1162 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी है।

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा मध्यप्रदेश में सड़कों का जाल फैलाया जा रहा है। इसी बीच मध्य प्रदेश को एक और सौगात मिली है, जहां इंदौर अकोला के बीच नया राष्ट्रीय राजमार्ग बन रहा है। इसके बन जाने से यात्रियों के सफर के साथ जंगल के नजारों का दीदार करने को मिलेगा। यह काफी सुहाना सफर यात्रियों के लिए होने वाला है। अधिकारियों की माने तो इस फोरलेन पर 10,000 से अधिक पेड़ों तो काटा जाएगा। हालांकि वन विभाग के द्वारा पहले ही क्षेत्र में आने वाले पेड़ों को चिन्हित कर लिया गया था।

2000 पेड़ काटने से बचायेंगे

इंदौर अकोला तक बन रहे नए राष्ट्रीय राजमार्ग के बीच में अब पेड़ आड़े नहीं आयेंगे, बल्कि यहां 2000 से ज्यादा पेड़ों को काटने से बचाया जाएगा। सुरंग बनने से 13 हेक्टेयर जंगल कम कटेगा वहीं जो चोरल रेंज और बड़वाह से 16 हेक्टर जंगल से सड़क गुजरने का अनुमान है। इसका काम तेजी से किया जा रहा है। वहीं इंदौर खंडवा रोड का चौड़ीकरण भी हो रहा है। अभी तक डीएवीवी ने अपनी जमीन का बड़ा हिस्सा प्रोजेक्ट में दे दिया है। जिसके तहत आईटी चौराहे से तेजाजी नगर के बीच सड़क के दोनों ओर के पेड़ों को काटने का काम किया जा रहा है।

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इस जगह बनेगी दो सुरंग

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नए राष्ट्रीय राजमार्ग पर चोरल और सिमरोल में सुरंग बनाई जाएगी। पहले सुरंग भेरूघाट पर तो दूसरी चोरल नदी से पहले बनाई जाएगी। यह करीब 500 मीटर की रहेगी । वहीं जो भेरू घाट पर सुरंग बनेगी वह 300 मीटर की रहेगी। इस बीच आने वाले जंगल को नहीं काटा जाएगा। इसके चलते इंदौर वन मंडल में आठ और बड़वा बन मंडल में तीन हेक्टियर जंगल कटने से बचाया जाएगा। इन सुरंग को बनाने में करीब 160 से 190 करोड रुपए का खर्च आने का अनुमान लगाया गया है।