विराट कोहली को लगा क्रिकेट करियर का सबसे बड़ा झटका, बर्दाश्त नहीं कर पा रहे फैंस
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली क्रिकेट के मैदान पर अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाते हैं। लेकिन पीछे कुछ सालों से उनका बल्ला खामोश ही नजर आ रहा है। जिसकी वजह से लगातार उनके चाहने वाले भी उन से निराश चल रहे हैं। इतना ही नहीं विराट कोहली के खामोश बल्ले के चलते उनका औसत भी लगातार नीचे आता जा रहा है।
2 सालों में विराट के बल्ले से नहीं निकला शतक
विराट कोहली ने अपने करियर में कई बड़ी पारियां खेली हैं। विराट अपनी ताबड़तोड़ बैटिंग के लिए पहचाने जाते हैं। लेकिन पिछले 2 सालों से उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं आया है। इसको लेकर सभी काफी ज्यादा चिंतित है। खिलाड़ी के चाहने वाले लगातार यही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द ही उन्हें विराट कोहली के बल्ले से आक्रामक बैटिंग देखने को मिलेगी।
लेकिन हाल ही में चल रहे श्रीलंका से टेस्ट सीरीज में भी उनका बल्ला खामोश ही नजर आ रहा है। हाल ही में खेले गए टेस्ट मैच में विराट कोहली ज्यादा कमाल नहीं कर पाए हैं। जहां उन्होंने पहली पारी में केवल 23 वहीं दूसरी पारी में केवल 13 रन ही बना पाए हैं जिसकी वजह से टेस्ट मैचों में उनका औसत 50 से नीचे आ गया है। 6 साल के अपने क्रिकेट करियर में ऐसा पहली बार देखने को मिला है।
2019 में बांग्लादेश के खिलाफ लगाया था शतक
विराट कोहली का खामोश बल्ला लगातार उनके आंकड़ों को भी बिगड़ता नजर आ रहा है। बता दें कि उनके बल्ले से बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मैच में साल 2019 के दौरान शतक देखा गया था। अपने करियर में काफी शानदार पारी खेल चुके विराट कोहली बतौर कप्तान भी ज्यादा कमाल नहीं कर सके हैं। कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली का बल्ला खामोश ही नजर आ रहा है जो सभी के लिए चिंता का विषय है।
बता दें कि विराट कोहली का 70वें शतक तक औसत 54.97 था। लेकिन इसके बाद लगातार उनका औसत लगातर गिरता हुआ दिखाई दे रहा है। अब पहली बार ऐसा देखने में आया है कि उनका औसत 50 के नीचे आ गया है। फिलहाल उनकी औसत की बात की जाए तो यह 49.96 पर पहुंच गया है। यह खबर सामने आने के बाद से ही विराट कोहली के चाहने वाले भी काफी ज्यादा निराश दिखाई दे रहे हैं।
बताते चलें कि क्रिकेट के मैदान पर अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए हमेशा दर्शकों के बीच चर्चाओं का विषय बने रहने वाले विराट कोहली पिछले 73 पारी से एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं। कितने ही नहीं बेंगलुरु टेस्ट में उन्हें अपने औसत को बरकरार रखने के लिए केवल 43 रन बनाने थे। लेकिन वे इतने रन भी नहीं बना सके जिसकी वजह से उनका औसत गिरकर 50 से नीचे आ गया है।