इस दुकान में बनाया जाता था 1 हजार में अंधा, गूंगा और बहरा, पुलिस ने फिर दिखाया ये एक्शन

मध्यप्रदेश में क्राइम कम होना का नाम नहीं ले रहा है। सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए ना जाने ठगोरे तरह-तरह के कारनामे कर रहे है। इसी तरह के रैकेट का खुलासा ग्वालियर जिले में हुआ है, जहां दिव्यांग रैकेट चलाया जा रहा था। पुलिस ने दिव्यांग रैकेट का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी दिव्यांग बनाने की दुकान चला था और 1 हजार रुपये में उनके सर्टिफिकेट बना रहा था।

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दरअसल आरोपी सिविल सर्जन के ऑफिस में ऑपरेटर के पद पर कार्य कर रहा था। यह शख्स अभी तक कई लोगों के फर्जी सर्टिफिकेट बना चुका है। पुलिस की जानकारी के अनुसार पता चला है कि आरोपी 1 हजार रुपये लेकर जिन भी लोगों के दिव्यांग सर्टिफिकेट बनाता था उन लोगों के सर्टिफिकेट वहां वेबसाइट पर भी अपडेट कर देता है।

दिव्यांग बनाने की दुकान खोली

ग्वालियर क्राइम ब्रांच और कंपू पुलिस को मुखबिर के द्वारा सूचना मिली थी कि आरोपी फर्जी सर्टिफिकेट बना कर उन लोगों के फर्जी सर्टिफिकेट को साइट पर अपडेट करता है। पुलिस को जैसे ही इस मामले की सूचना मिली पुलिस इस मामले की तफ्तीश में जुट गई। मुरैना के सबलगढ़ के रहने वाले बसंत गौर, और राम नरेश त्यागी और कपिल धाकड़ ने भी शरीर में कोई खामी ना होने के बावजूद फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवा रखे थे। पुलिस ने जब इस मामले की जानकारी सीएमएचओ से मांगी तो उस फर्जी सर्टिफिकेट में उनके हस्ताक्षर नहीं थे। इसी के बाद पुलिस ने मामले की जांच और तेज कर दी इस मामले में मास्टरमाइंड तक पहुंचने के लिए काफी प्रयास किया पुलिस को काफी प्रयास के बाद पता चला कि आरोपी दिव्यांग बनाने की दुकान चला रहा है। बताया जा रहा है कि सिविल सर्जन के दफ्तर में काम करने वाले आउटसोर्स पर ऑपरेटर रखा था। पुलिस ने आरोपी गुरु को गिरफ्तार कर लिया। वहीं आरोपी ने अभी तक 1 हजार रुपये में ना जाने कितने भोले भाले इंसानो के फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट बना चुका है।

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फिलहाल पुलिस आरोपी से फर्जी सर्टिफिकेट के मामले में काफी कड़ाई से पूछताछ कर रही है। पता चला है कि पर्दे के पीछे से पैसों का लेन-देन हो रहा था। वहीं आरोपी के द्वारा बनाए गए फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट मिले के बाद कई लोग सरकार योजनाओं का लाभ ले रहे है, लेकिन असलियत में जिन लोगों को इसका हक मिलना चाहिए वहां दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हो रहा है। बहरहाल अब देखना यह होगा कि पुलिस ने इस आरोपी से पूछताछ में और कितने खुलासे करती है।