मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने नवनिर्मित बस स्टैंड ​का किया लोकार्पण, 100 करोड़ की इन योजनाओं की भी दी सौगात, कहीं ये बड़ी बात

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में करीब 3 साल बाद 14 करोड़ 80 लाख की लागत से सरवटे बस स्टैंड बनकर तैयार हो गया है। सोमवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस बस स्टैंड का वर्चुअली उद्घाटन किया है। बता दें कि करीब 3 साल पहले जर्जर हो चुके सरवटे बस स्टैंड को निगम और प्रशासन ने बंद कर दिया था। तब से ही यहां से संचालन होने वाली बसों का संचालन तीन इमली चौराहे से किया जा रहा था, लेकिन अब यहां से 500 बसों का संचालन शुरू होगा।

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नवनिर्मित सरवटे बस स्टैंड का उद्घाटन करते हुए कहा कि मैं इंदौर आता जाता हूं तो मेरा मन पवित्र हो जाता है। उन्होंने कहा कि जब भी मैं कहीं जाता हूं तो मेरा भाषण इंदौर के बिना पूरा नहीं होता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि जनता को साथ लेकर चलते हैं। इंदौर से श्रेष्ठ और आदर्श का उदाहरण है ।वहीं देश में स्वच्छता सहित कई क्षेत्रों में इंदौर ने कई उपलब्धि हासिल की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरवटे बस स्टैंड सर्व सुविधा युक्त बस स्टैंड बना है। यह प्रथम चरण है। वहीं दूसरे चरण का काम किया जायेगा। जिसमें होटल का निर्माण किया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि अगर इंदौर में प्रदूषण कम करना है तो हमें प्रदूषण फैलने वाले वाहनों को कम कर साइकिले जैसे साधन को बढ़ावा देना होगा। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट, पूर्व महापौर मालिनी गौड़, क्षेत्रीय विधायक आकाश विजयवर्गीय और बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता शामिल थे।

दो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का किया उद्घाटन

वहीं इंदौर में रंग पंचमी के मौके पर इंदौर में निकलने वाले गेर को लेकर भी इंदौरवासियों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि रंग पंचमी पर इंदौर में रंगारंग गेर निकाली जाएगी। इसमें खुब आनंद ले दिलों प्यार की गंगा बहाते रहे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ​शिवराज सिंह चौहान ने 80 करोड़ रुपये लागत के दो सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण भी किया है। उन्होंने कहा कि सिरपुर तालाब में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनने से गंदा पानी नहीं आएगा। वहीं दूसरा ट्रीटमेंट प्लांट लक्ष्मी मेमोरियल हॉस्पिटल के पास बनाया गया है। इंदौर को नंबर वन बनाया है। इंदौर की जनता की इच्छा शक्ति से जो संभव हो सब संभव कर देते हैं। इसके साथ ही कार्यक्रम में बस एसोसिएशन ने 200 किलो लड्डू मौके पर वितरण किए है।

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3 साल बाद बनकर तैयार हुआ बस स्टैंड

इसके साथ ही यहां से सिटी बसें भी चलेंगी। नगर निगम बस स्टैंड का उपयोग पिक एंड ड्रॉप स्टेशन के रूप में करना चाहता है, लेकिन जनप्रतिनिधि और बस ऑपरेटर की मांग है कि सरवटे बस स्टैंड से ही बसों का संचालन किया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक बसों का संचालन पटेल ब्रिज, नौलखा, गंगवाल बस स्टैंड और तीन इमली चौराहा से किया जा रहा था। अभी तक देखा जा रहा था कि बसों को अलग-अलग जगह से चलाया जा रहा था। जिसकी वजह से यात्रियों को भी काफी परेशानियों से जूझना पड़ रहा था, लेकिन 3 साल बाद अब सरवटे बस स्टैंड बनकर तैयार हो गया है, ऐसे में यात्रियों की परेशानी भी दूर हो जाएगी।