कृषि कानून के खिलाफ कांग्रेस नेता कर रहे मौन धरना!

भोपाल : केंद्र सरकार द्वारा लाए जा रहे कृषि कानून के विरोध में दिल्ली की सीमा पर किसान आंदोलन का आज 33वां दिन है लेकिन अब तक सरकार और किसान के बीच इस कानून को लेकर सहमति नहीं बन पाई है।

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जहां एक और सरकार बार-बार चिट्ठी लिखकर किसानों से संवाद की तमाम कोशिशें कर रही है तो वही किसान भी अपनी जिद पर अड़े हैं और कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए लगातार आंदोलन कर रहे हैं।

वहीं किसानों का समर्थन करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस ने विधानसभा परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष मौन धरना पर बैठ गए हैं। बता दें कि इस धरने में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ सहित अन्य विधायक शामिल है। वहीं कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए विधायकों के अलावा किसी भी व्यक्ति को विधानसभा परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। इस दौरान अंदर आने वाले अन्य लोगों को पुलिस ने बैरिकेड लगाकर विधानसभा जाने वाले रास्ते पर ही रोक दिया।

सरकार डरी हुई है : कृषि मंत्री
पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि सरकार इतनी डरी हुई है कि वह किसानों की आवाज को उठाने ही नहीं देना चाहती है। यही वजह है कि कांग्रेस के प्रदर्शन के मद्देनजर भोपाल की सीमाओं को चारों तरफ से सील कर दिया गया है। यहां तक कि विधानसभा में विधायक अपने सहायक को लेकर तक नहीं जा सकते हैं। यदि कृषि कानून इतने ही किसान हितैषी हैं तो फिर किसान दिल्ली की सीमा पर इतनी ठंड में विरोध प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं।

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