इंदौर के खजराना मंदिर जाने वाले भक्त सावधान, मंदिर प्रशासन ने कर दिए अब ये बड़े बदलाव

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर और देश के सबसे स्वच्छ शहर में स्थित विश्व प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर है। इस मंदिर में हर दिन बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। वहीं नए साल के मौके पर भी भगवान गणेश का आशीर्वाद लेकर लोग नए साल में प्रवेश करते हैं। इसके अलावा दूरदराज से लोग भगवान गणेश के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं ,लेकिन अब खजराना गणेश मंदिर में कुछ बदलाव किए गए हैं। जिसमें बताया जा रहा है कि अब गणेश जी का प्रसाद बांस की टोकरी में मिलेगा। यहां झंडे, अगरबत्ती और लड्डू के डिब्बे भी बदले जा रहे हैं।

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मंदिर प्रशासन ने कर दिए ये बदलाव

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देशभर में प्लास्टिक पर बैन लगा दिया गया है। ऐसे में अब खजराना गणेश मंदिर प्रशासन भी प्लास्टिक मुक्त करने का प्रयास करने को लेकर अभी बदलाव कर रहा है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगने के बाद इस काम में और भी तेजी नजर आ रही है। 1 अगस्त तक मंदिर परिसर को हर तरह के प्लास्टिक से मुक्त कर दिया जाएगा। अब तक भक्तों को प्लास्टिक की टोकरी में ही माला और प्रसाद दिया जाता था इसकी जगह प्रसाद के लिए अब बांस से बनी टोकरी का इस्तेमाल किया जाएगा ।जिसमें भक्तों को लड्डू गत्ते से बने पैकेट में दिए जाएंगे ।इसके अलावा सजावट में किसी भी तरह के प्लास्टिक सामान व थर्माकोल का इस्तेमाल नहीं करेंगे। वहीं मंदिर परिसर में कपड़े के बने झंडे और बैनर भी लगाए जाएंगे। यहां तक कि झंडे की डंडी भी बांस की ही होगी।

70 किलो प्लास्टिक कचारें पर लगेगी लगाम

खजराना गणेश मंदिर प्रशासन समय-समय पर कुछ ना कुछ बदलाव करता रहता है। ऐसे में जब देश भर में प्लास्टिक बैन हो गई तो ऐसे में मंदिर में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इसको लेकर अब मंदिर प्रबंधन ने सभी दुकानदारों से मूर्तियों की पैकेजिंग में उपयोग आने वाली प्लास्टिक को हटाने के लिए कहा है। बता दें कि मंदिर परिसर में प्रसाद व अन्य वस्तुओं की करीब 5 दर्जन से अधिक दुकानें है सभी दुकानदारों से मूर्तियों की पैकेजिंग में उपयोग होने वाली प्लास्टिक को हटाने की बात कही गई है ।इन सभी प्रयासों से मंदिर परिसर में रोज आने वाले करीब 70 किलो प्लास्टिक के कचरे को रोक दिया जाएगा।

बहरहाल इंदौर खजराना मंदिर में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल अब पूरी तरह से बैन कर दिया जाएगा। हालांकि इस बीच मंदिर में आने वाले भक्तों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। उन्हें बांस की टोकरी में अगरबत्ती, फूल माला और नारियल रख कर दिया जाएगा। ऐसे में किसी भी तरह की परेशानी भक्तों को नहीं होती मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय देश में बंद हो चुकी सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर लिया है, ताकि मंदिर में आने वाले भक्तों प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करें और उन्हें किसी भी परेशानियों से भी जूझना पड़े।

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