देश में पहली बार इंदौर पुलिस ने बनाया अनोखा सॉफ्टवेयर, अब पुलिस चेकिंग में नहीं बच पाएंगे अपराधी, ऐसे उजागर होगी पहचान

मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर स्वच्छता में नंबर वन तो आ गया है, लेकिन अब इसे ट्रैफिक में नंबर वन बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में अब देश में पहली बार और मध्य प्रदेश के इंदौर में ऐसा प्रयोग किया जा रहा है। जिससे पुलिस चेकिंग में अब अपराधी बच नहीं पाएंगे। इसको लेकर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने एक नई शुरुआत की है जिसमें चेकिंग के दौरान संदेही की फिंगर प्रिंट लेकर पुलिस बायोमेट्रिक मशीन से जांच कर उसकी पहचान उजागर करेगी। बता दें कि इंदौर पुलिस ने सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया है। अगले सप्ताह में इसकी शुरुआत भी हो जाएगी।

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पुलिस ने तैयार किया अनोखा सॉफ्टवेयर

मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की पुलिस चेकिंग में आप बायोमेट्रिक मशीन का इस्तेमाल करेगी। जिसमें बदमाशों की पहचान का एक नया तरीका संभवत देश में पहली बार इंदौर पुलिस लागू करने जा रही है। कई महीनों के अथक प्रयास के बाद अभी सॉफ्टवेयर को तैयार किया गया है जिसमें अपराधियों का डाटा सेव करने का क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है। इसमें पुलिस उन आरोपियों का फिंगरप्रिंट लेती है जिससे डाटा से मेचिंग होगी। अफसरों की मानें तो अगले सप्ताह में इस बायोमेट्रिक मशीन से चेकिंग शुरू कर दी जाएगी। खास बात यह है कि इसका संचालन सिटीजन क्रॉप एप्लीकेशन के जरिए होगा।

फिंगरप्रिंट के आधार पर होगी बायोमेट्रिक जांच

बता दें कि चेकिंग में अपराधियों को पकड़ने के लिए इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने प्रभावी कार्यवाही की योजना बनाई थी। जिसके तहत पुलिस के सिटीजन कॉप एप बनाने वाले राकेश जैन व उनकी टीम ने सॉफ्टवेयर तैयार किया है। सिटीजन कॉप एप्लीकेशन के माध्यम से इसका संचालन किया जाएगा। वहीं फिंगरप्रिंट आधारित क्रिमिनल डाटा अपलोड किया जा रहा है। राकेश जैन की माने तो इस ऐप पर ट्रैफिक के साथ ही थानों के जिस भी अधिकारी को बायोमेट्रिक मशीन देकर अधिकृत किया जाएगा वहां इससे जांच कर सकेगा।

जानिए किस तरह काम करेगा सिटी कॉर्प एप

पुलिस के द्वारा तैयार किए गए इस सिटीजन कॉप ऐप कैसे काम करेगा इसके बारे में हम आपको बता देते हैं। पुलिस के सिटीजन कॉप एप जाकर लॉगइन करना होगा। इसके बाद अधिकृत व्यक्ति लॉगइन के बाद सर्च क्रिमिनल बाय फिंगरप्रिंट ऑप्शन आएगा ।जिसके बाद आप इस पर संदेही व्यक्ति का फिंगर प्रिंट लेकर बायोमेट्रिक टेस्ट कर सकते हैं। मशीन पर संबंधित व्यक्ति के फिंगरप्रिंट आते ही डाटा से मिलान होगा। अगर उस पर केस दर्ज है तो तुरंत सामने आ जाएंगे। केस की जानकारी के आधार पर तुरंत उसे हिरासत में लेकर जांच व उससे पूछताछ भी शुरू कर दी जाएगी। जानकारी के लिए बता दें कि बायोमैट्रिक सिस्टम पुलिस मुख्यालय की नजर है और इंदौर में इसके प्रयोग किया जा रहा है। अगर सफल रहा तो पूरे मध्यप्रदेश में इसे लागू किया जाएगा।

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