इंदौर क्राइम ब्रांच को मिली बड़ी सफलता, फर्जी जमानत करवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश, जानिए कितने वर्षों से चल रहा था धंधा

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बावजूद भी क्राइम थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं पुलिस है कि क्रिमिनलों को सलाखों के पीछे भेज रही है और लगातार एक के बाद एक संगीन मामलों के खुलासे कर रही है। अब इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक बार फिर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दरअसल क्राइम ब्रांच ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वह फर्जी ऋण पुस्तिका के आधार पर कोर्ट से जमानत करवाते थे। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से क्राइम ब्रांच ने करीब 80 जमानातदारों के नाम लिखी हुई 1000 नकली खाली ऋण पुस्तिका और राजस्व अधिकारियों के नाम व पद की अलग-अलग 20 जिलों की सील भी जब्त की है।

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्राइम ब्रांच ने जिन शातिर आरोपियों के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इनका मास्टरमाइंड करीब इंदौर में 10 वर्षों से नकली जमानातदारों को न्यायालय में पेश कर यह काम कर रहा था। पकड़े गए इन आरोपियों के खिलाफ इंदौर में पहले से ही कई थानों में प्रकरण दर्ज है। अब जाकर इस गिरोह का क्राइम ब्रांच ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

दरअसल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र के निर्देश के बाद पुलिस लगातार अपराधियों पर लगाम कस रही है। इसी बीच कमिश्नर के निर्देश के बाद अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजेश हिंगणकर के द्वारा पुलिस उपायुक्त निमिष अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त गुरुप्रसाद पाराशर को इंदौर में हो रही घटनाओं की जांच कर वारदातों पर अंकुश लगाने एवं ऐसे आरोपियों की धरपकड़ हेतु निर्देशित किया था। जिसके बाद उन्होंने इन मामले में जांच पड़ताल कर इस मामले का खुलासा किया है।

इन आरोपियों को घेराबंदी का किया गिरफ्तार

मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने सिख मोहल्ला इंदौर पर फर्जी जमानत देने के लिए चार व्यक्ति घूम रहे थे। सूचना के बाद पुलिस ने घेराबंदी कर इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में 19 साल के करण पिता दीपक चावड़ा हवा बंगला द्वारकापुरी, 60 साल के प्रकाश पिता बलवंत मालवीय तराना जिला उज्जैन, 50 वर्षीय रमेश पिता स्वर्गीय गंगाराम बोलना देवास, 48 वर्ष कैलाश पिता बद्री प्रसाद प्रजापत इंदौर के सांवेर रोड निवासी को गिरफ्तार किया है।

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वहीं ​पकड़े गए आरोपियों के पास से तहसील कार्यालय की भी कई प्रकार की रबर एवं स्टील की सील बरामद की है। जिनमें धार जिले की तहसील महिदपुर, देवास जिले की तहसील टोंक खुर्द ,इंदौर जिले की तहसील देपालपुर ,उज्जैन जिले की घटिया तहसील, समेत 20 जिलों की तहसीलों की रबर और नकली स्टील बनवा रखी थी। जिससे कई लोगों को अब तक जमानत दिलवा चुके है। फिलहाल पुलिस इन पकड़े गए आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर रही है जिससे और भी कई मामले में खुलासा हो सकता है।