मध्यप्रदेश के युवा पर्वतारोही सुनील ने 12500 फिट ऊंची चोटी पर फहराया तिरंगा, केदारकांठा की माउंटिंग पर हासिल की ये बड़ी कामयाबी

इंसान में यदि जस्बा और जुनून हो तो वह हर चुनौती को अपनी मुट्ठी में कर सकता है। ऐसा ही एक होनहार मध्यप्रदेश के शहडोल से उभर कर आया है जिसने शहर का नाम देश में रोशन किया है सुनील और उसके 6 साथीयों ने उत्तराखंड के केदारकांठा की माउंटिंग की है जिसमें 2 युवकों ने साढ़े 12 हजार फिट ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराया है।

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12,500 फिट ऊंची चोटी पर फहराया तिरंगा

महज 28 वर्ष की उम्र में हिमालय के 12 हजार 500 फीट ऊंची शिखर पर अपने काबिलियत का परचम लहराना किसी के भी जीवन का ऐतिहासिक क्षण होगा, यह कारनामा शहडोल जिले के कोयलांचल नगरी के रहने वाले सुनील साहू ने कर दिखाया है..सुनील अपने 6 पर्वतारोही साथियों के साथ उत्तराखंड के केदारकांठा की माउंटिंग के लिए निकला था, जिसमे सिर्फ दो युवाओं ने ही चोटी फतह कर पाए।

बुढ़ार के रहने वाले है 28 वर्षीय सुनील

सुनील एक छोटी सी जगह बुढ़ार के रहने वाले है, इनका जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ, पिता श्यामसुंदर एक व्हीकल मैकेनिक है और उनकी छोटी सी गैराज है..घर में सुनील के अलावा माता-पिता और एक छोटी बहन भी है। सुनील ने बताया कि 3 दिन की चढ़ाई के बाद जब वे चोटी पर पहुंचे तो वहां का तापमान माइनस –10 डिग्री था वही ऑक्सीजन की कमी के बीच चोटी पर चढ़ना आसान नहीं था सुनील बताते हैं कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को चोटी पर तिरंगा फहराने का इरादा था लेकिन वहां पिछले 1 हफ्ते में जबरदस्त बर्फबारी होने के कारण यह सफर 3 दिन बाद शुरू हो सका..जिसके चलते चोटी तक पहुंचने में उन्हें बहुत सी कठिनाईयो का सामना करना पड़ा।

3 वर्ष असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएं दी

सुनील ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद पर्यटन और प्रकृति से लगाव के चलते पर्यटन प्रबंधन में एमबीए किया और उसके बाद 3 वर्ष तक केंद्रीय विश्वविद्यालय और संस्थानों में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएं दी…वर्तमान में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक से पर्यटन में पीएचडी कर रहे हैं। उनका सपना है कि वे देश और विदेश की विभिन्न ऊची चोटियों के अलावा माउंट एवरेस्ट की चोटियों पर देश का तिरंगा लहराए।

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