मध्यप्रदेश की डिप्टी कलेक्टर ने दिव्यांग महिला के लिए छोड़ी कुर्सी, घुटनों के बल जमीन पर बैठक सुनी समस्या, ये है वजह
मध्य प्रदेश के सभी जिलों में मंगलवार को जनसुनवाई का आयोजन किया जाता है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्या लेकर पहुंचते हैं। इसी दौरान भोपाल में मंगलवार को एक दिव्यांग महिला अपनी समस्या लेकर पहुंची। इस दौरान महिला अपनी मजबूरी के चलते कुर्सी पर नहीं बैठ पा रही थी। इसको देख डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे अपनी कुर्सी से उठी और महिला के सामने घुटने पर बैठकर शिकायत सुनने लगी। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर ने महिला के शिकायत सुनते हुए संबंधित अधिकारी को इस मामले में जल्द से जल्द समस्या से निराकरण कराने के निर्देश दिए हैं।
जनसुनवाई में आए 55 मामले, 2 का निराकरण
मध्यप्रदेश में कई अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा लापरवाही के मामले सामने आते हैं, लेकिन राजधानी भोपाल में जन सुनवाई के दौरान एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां मंगलवार को जनसुनवाई में एक दिव्यांग महिला अपनी शिकायत लेकर पहुंची। बता दें कि जन सुनवाई के दौरान करीब 55 मामले सामने आए थे जिनमें दो का तत्काल निराकरण कर दिया गया था। वहीं अन्य मामलों के लिए संबंधित विभागों के अधिकारी को निराकरण के निर्देश दे दिए थे।
महिला के सामने घुटनों पर बैठी डिप्टी कलेक्टर
वहीं इस दौरान एक दिव्यांग महिला भी पहुंची जो कुर्सी पर नहीं बैठ सकती थी और उसे खड़े रहने में भी समस्या हो रही थी। इसको देखते हुए डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे खुद अपनी कुर्सी से उठी और महिला के सामने घुटनों के बल पर बैठकर उनकी शिकायत सुनने लगी। इस दौरान महिला ने अपनी शिकायत सुनाई और डिप्टी कलेक्टर ने महिला की शिकायत सुनते हुए संबंधित विभाग के अधिकारी को निराकरण के निर्देश दे दिए।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जो महिला जन सुनवाई के दौरान अपनी शिकायत लेकर पहुंची उसका नाम उषा धनबाद है और वहां शाहजहानाबाद की है। उन्होंने अपनी शिकायत डिप्टी कलेक्टर के सामने रखते हुए कहा कि उनकी जुग्गी पुलिस लाइन 20 क्वार्टर के पास बनी है और पुलिस के द्वारा उसे हटाने की कोशिश भी की जा रही है। ऐसे में मुझे कोई दूसरा निवास दिलवा दीजिए। डिप्टी कलेक्टर ने उनकी समस्या को दूर करने के लिए तुरंत नगर निगम के अधिकारियों को तलब किया और महिला को हाउसिंग फॉर ऑल के तहत एडब्ल्यूएम मकान दिलाने के निर्देश दे दिए।