मध्यप्रदेश की धरती पर खिला कश्मीर का केसर, इस उपाय से अब आपके घर में खिलेगा केसर, जाने डिटेल
कश्मीर जो कि अपनी खूबसूरती के लिए जन्नत के रूप में देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में पहचाना जाता है। लेकिन कश्मीर अपनी केसर के लिए भी जाना जाता है। केसर की कीमत हमेशा ही आसमान पर रहती है ऐसे में सभी किसान इसकी खेती करने के लिए उतावले नजर आते हैं। केसर एक अलग ही वातावरण पैदा होने वाली फसल है जो कि ज्यादातर कश्मीर की वादियों में ही देखी जाती है। लेकिन हाल ही में मध्यप्रदेश के इंदौर में स्थित केसर पर्वत पर कश्मीर के केसर के पौधों को उगाया गया है। इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए।
इंदौर की जमीन पर केसर
इतना ही नहीं इसकी खेती करने के लिए कश्मीर में केसर की खेती करने वाले किसान को भी बुलाया गया। बता दें कि केसर की खेती के लिए आज से नहीं पिछले 7 सालों से लगातार प्रयास किया जा रहा है इस बारे में केसर पर्वत के संचालक डॉ. एसएल गर्ग ने बताया कि तमाम प्रयास के बाद भी केसर की खेती वह नहीं कर पा रहे थे बीच में कुछ सफलता मिली थी लेकिन उनके हाथ ज्यादा कुछ नहीं लग पाया ऐसे में उन्होंने इस बार कश्मीर में बड़ी मात्रा में केसर की खेती करने वाले किसान इरशाद को स्पेशल रूप से बुलाया और उनके द्वारा बताई गई तकनीक के अनुसार केसर की खेती शुरू की जिसमें उन्होंने सफलता भी पाई है।
केसर के पौधों को उगाने के लिए काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। बता दें कि केसर के पौधे दिन में 18 डिग्री तो रात में 5 डिग्री ताप पर उगाए जाते हैं। ऐसे में इस तरह के वातावरण को पैदा करने के लिए इन्हें विशेष कमरे में उगाया गया साथ ही फ्रिज के पानी का स्प्रे किया गया इन्हें पूर्ण रूप से छांव में रखा गया है। इसके बाद सफलता भी हाथ लगी है अब केसर के पौधे में फूल भी आने लगे हैं। जिसकी तस्वीरें भी सामने आई है। बता दें कि इस तकनीक से अधिक केसर की प्राप्ति होती है तो यह काफी बड़ी रिसर्च होगी। कश्मीर में केसर की खेती की बात की जाए तो यहां तकरीबन हर साल 16 मेट्रिक टन केसर को गाया जाता है। इतना ही नहीं ईरान में भी केसर की खेती होती है। लेकिन इसके बावजूद हमेशा से ही कश्मीर के केसर की क्वालिटी सबसे बेहतर मानी जाती हैं।