मध्यप्रदेश के हवाई अड्डों को जल्द सौंपा जायेगा निजी हाथों में, 2025 तक करेंगी निजी कंपनियां संचालन
MP Airport Privatization: भारत में बैंकों का प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है कई बैंक निजी हाथों में सौंप दिए गए हैं। इसी क्रम में एयरपोर्ट को भी निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। सोमवार को राज्यसभा में राज्य मंत्री वीके सिंह ने यह जानकारी दी कि भारत के 25 हवाई अड्डों को निजी हाथों में सौंप दिया जाएगा। मध्य प्रदेश के हवाई अड्डों में भोपाल इंदौर रायपुर के हवाई अड्डे शामिल है जिन्हें आने वाले दिनों में निजी हाथों में सौंपा जाएगा।
नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री बीके सिंह ने यह जानकारी दी कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पीपीपी के तहत मध्य प्रदेश के कई हवाई अड्डों को निजी हाथों में सौंपा जाएगा। निजी कंपनियों को इन हवाई अड्डा को लीज पर वर्ष 2025 तक के लिए संचालन करना होगा। वर्तमान में देश के सभी हवाई अड्डे एयरपोर्ट ऑफ इंडिया संचालित वह कंट्रोल करती है।
राज्यसभा में नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री वीके सिंह ने कहां की यह फैसला जनहित में लिया गया है ताकि सभी हवाई अड्डों को हाईटेक बनाया जा सके। भोपाल स्थित राजा भोज एयरपोर्ट को लेकर राज्य मंत्री ने कहा कि यहां के एयरपोर्ट के टर्न पैड को बड़े विमानों के लिए हाईटेक किया गया था जिससे इसकी चौड़ाई दुगनी हो गई थी। इस बढ़ी हुई चौड़ाई से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अत्याधुनिक विमान जिनमें बोइंग 777 शामिल है आसानी से लैंड कर सकते हैं।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट के टाइम पर को चौड़ा किया गया है जिसके चलते अत्याधुनिक विमान यहां आसानी से लैंड कर सकते हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा मार्च 2022 में एयरपोर्ट को चौड़ा करने की अनुमति दे दी गई थी जिसे 7 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया गया है। इस चौड़ाई से भोपाल एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल उड़ानों के लिए आसानी होगी और अत्याधुनिक जंबो विमान का संचालन सुगम होगा।