मध्यप्रदेश में इस जगह 49 हजार लोग घर में बना रहे बिजली, इस काम को करने से न बिल की झंझट न होगी पावर कट, जानें कैसे

मध्य प्रदेश में कुछ दिनों पहले कोयले की कमी की वजह से बिजली संकट काफी गहरा हो गया था। आलम यह था कि ग्रामीण क्षेत्रों में कटौती भी शुरू हो गई है। ऐसे में बढ़ते बिजली बिलों की वजह से आम जनता काफी परेशान हैं। वहीं बार-बार बिजली कट हो जाने की वजह से गर्मी में रहना परेशानी बन रही है। इसी बीच कुछ लोगों ने ग्रीन एनर्जी की ओर कदम बढ़ा लिया है। जिसकी वजह से और परेशानियां कोसों दूर चली गई है। हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के आगर मालवा निमाड़ क्षेत्र की जहां पर लोगों को ना बिजली बिल की झंझट ना पावर कट की परेशानी हो रही है, बल्कि यहां पर 49 हजार लोग अपने घरों में ही बिजली बना रहे हैं।

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सोलर पैनल्स की तरफ लोगों का रूझान

दरअसल हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के आगर मालवा निमाड़ क्षेत्र की, जहां पर लोगों का रुझान सोलर पैनल की ओर बढ़ गया है। वहीं इंदौर शहर में 1 साल में ही लोगों की संख्या दोगुनी हो गई है। ऐसे में अब केंद्र की मोदी और राज्य की शिवराज सरकार के द्वारा सोलर एनर्जी को बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं यह बिजली बिल्कुल प्रदूषण रहित होने के साथ ही सस्ते भी होती है। इसके साथ ही लोगों को बिजली बिल की समस्या भी खत्म हो जाती है।

49 हजार लोग घरों में बना रहे बिजली

इसके साथ ही अब इसमें मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भी तेजी से काम कर रही है और लोगों के घरों पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। जिसमें व्यक्तियों, संस्थाओं के प्रकरण तेजी से सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ मंजूर कर रही है। अब ऐसे संस्थानों की संख्या 49 हजार हो चुकी है, जहां छतों पर लगे सोलर पैनल से बिजली तैयार की जा रही है।

30 से 60 प्रतिशत तक कम हुए बिल

एक तरफ बढ़ते बिजली दिलों की वजह से लोग काफी परेशान है, लेकिन इस तरह लोगों के घरों पर बिजली बनाने का सोलर पैनल लगाया जा रहा है जिससे उन्हें ना बिजली बिल की समस्या उत्पन्न हो रही है, बल्कि आसानी से बिजली का उपयोग कर पा रहे हैं। वहीं छतों से तैयार व परिसर में उपयोग की जा रही बिजली का लेखा-जोखा नेट मीटर के माध्यम से रखा जा रहा है। वहीं छतों से बिजली तैयार होने से बिजली बिल 30 से 60% तक कम हो गए हैं।

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इस जिलों में बनाई जा रही बिजली

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के क्षेत्र के सभी 15 जिलों में यह काम जोरों से चल रहा है। वहीं इंदौर की शहरी सीमा सुपर कॉरिडोर बाईपास व अन्य के साथ ही उज्जैन जिले में 615, धार में 200, रतलाम में 205, खरगोन में 154, स्थानों पर छतों पर सोलर पैनल के माध्यम से बिजली बनाई जा रही है ।जिसका लाभ लोगों को काफी मिल रहा है और उनकी बिजली बिलों की झंझट भी खत्म हो गई है।

वहीं इस मामले में मध्य प्रदेश के मध्यप्रदेश अधिकारी द्वारा जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा नेट मीटर सोलर पैनल के लिए सब्सिडी भी दी जा रही है। इसके साथ ही हितेश शिकारी के लिए बैंकों से भी कम दर पर लोन दिया जा रहा है। सोलर पैनल उतनी कीमत की बिजली 3 से 4 वर्ष में ही बना देती है जितनी राशि इन सोलर सिस्टम की स्थापना में खर्च आती है।