मध्यप्रदेश में चाय वाले की बेटी और किसान का बेटा बना जज, ग्रामीणों ने अरविंद का किया आतिबाजी से स्वागत

अगर इंसान में किसी भी काम को करने की काबिलियत और मेहनत करने का जज्बा रखते हो तो हर मुसीबत का सामना कर सफलता हासिल की जा सकती है। इसी बीच अब मध्य प्रदेश के देवास जिले के कन्नौद तहसील में आने वाले छोटे से गांव पांगरा में रहने वाले एक किसान के बेटे ने सफलता हासिल की है। दरअसल सिविल जज के मंगलवार को जारी परिणाम में देवास जिले के दो लोगों का चयन हुआ जिसमें पांगरा के किसान हेमराज धनावत मीणा का बेटा और आर्थिक राजधानी इंदौर में रहने वाली ज्योति कुमार जज के पद पर चयनित हो गए हैं। इनके जज बनने के बाद परिवार में खुशी का माहौल है और इन्होंने अपनी सफलता से जिला ही नहीं बल्कि पूरे परिवार का नाम रोशन कर दिया है।

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बचपन से था अरविंद को जज बनने का सपना

कहते हैं अगर इंसान में मेहनत करने का जज्बा हो तो राह में कितनी भी मुसीबत क्यों ना जाए उसे आसानी से पार कर लेता है। इसी बीच अब मध्यप्रदेश के देवास जिले के दो लोगों ने सिविल जज की एग्जाम पास करते हुए जिले का नाम रोशन किया है। एक कहावत है पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं। इसी तरह अरविंद मीणा का सपना जज बनने का था।

उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की और उनके पिता हेमराज मीणा ने भी अच्छी पढ़ाई के लिए काफी रुपए खर्च किए आखिरकार उन्होंने अपने पिता का सपना साकार कर दिया है। मंगलवार को जैसे ही इसके परिणाम आए तो अरविंद की सफलता पर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। हेमराज अब एक जज के पिता कहे जाएंगे ।जज बनने के बाद अरविंद का ग्राम वासियों के साथ ही परिवार जनों ने आतिशबाजी के साथ स्वागत किया है।

ज्योति ने छोड़ दी थी पढ़ाई पति ने किया मोटिवेट

अब बात कर लेते हैं इंदौर की रहने वाली ज्योति की, जिनका मायका देवास के बालगढ़ में है। इनकी शादी इंदौर के जय कुबाल से हुई थी। इन्होंने देवास के लॉ कॉलेज से 2010 में एलएलबी किया था। इसके बाद उन्होंने देवास के कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की और 2013 में सिविल जज परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। इसके बाद उन्होंने रोजाना 7 से 8 घंटे पढ़ाई कर इस एग्जाम को पास कर लिया। हालांकि 2017—18 में ज्योति ने उम्मीद छोड़ दी थी कि वहां अब इस एग्जाम को पास नहीं कर पाएगी, लेकिन पति ने उन्हें मोटिवेट किया और आखिरकार उन्हें सफलता मिल गई। वहीं अगर ज्योति के पिता की बात करें तो वहां चाय की दुकान चलाते हैं।

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अरविंद के जज बनने पर क्षेत्र में खुशी का माहौल

वहीं अरविंद के जज बनने के बाद ग्राम पंचायत पांगरा के सचिव राधेश्याम जोनवाल ने जानकारी देते हुए कहा कि एक छोटे से किसान के बेटे ने आज सिविल जज की परीक्षा पास कर पूरे जिले और गांव के साथ अपने परिवार का नाम रोशन किया है ।अरविंद के जज बनने के बाद पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है। युवाओं के लिए एक छोटे से किसान के बेटे के जज बनने पर प्रेरणा भी मिलेगी और अगर कोई भी व्यक्ति जीतोड़ मेहनत करे तो उसे 1 दिन सफलता जरूर मिलती है।