मध्यप्रदेश की बेटी ने रचा कीर्तिमान, पैरा विश्व कप में कांस्य पदक जीतकर बनी कैनो में पदक जीतने वाली पहली खिलाड़ी

मध्य प्रदेश मे अब बेटियां किसी से कम नहीं है। अपनी काबिलियत और हुनर के बल पर एक के बाद एक सफलता हासिल करती जा रही है। इसी बीच अब पोलैंड के पोजनन शहर में हुए पैराकेन वर्ल्ड कप में मध्य प्रदेश की प्रतिभाशाली खिलाड़ी प्राची यादव ने महिलाओं के 200 मीटर bl2 इवेंट में कांस्य पदक जीता है। ऐसा कर वहां देश की पहली खिलाड़ी बन गई है। जिन्होंने भारती कयाकिंग एवं कैनोइंग के इतिहास में पदक जीता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले प्राची यादव ने टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल तक का सफर तय कर इतिहास रचा था।

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3 भारतीय खिलाड़ियों ने फाइनल में बनाई जगह

दरअसल कुछ दिनों पहले संस्कारधानी जबलपुर की बेटी ने शूटिंग की निशानेबाजी में गोल्ड जीता था। ऐसे में अब एक और मध्यप्रदेश की बेटी ने देश के लिए कांस्य पदक जीतकर नाम रोशन किया है। बता दें कि भारत की तरफ से 4 सदस्य दल ने पैराकेन वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था ।इसमें तीन खिलाड़ियों ने फाइनल में जगह बनाकर भारत की उम्मीद जगाई थी। प्राची ने 200 महिलाओं के 200 मीटर bl2 इवेंट फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया है।

इसके अलावा मनीष गौरव ने पुरुष वर्ग में 200 मीटर रेस इवेंट में हिस्सा लिया और फाइनल का सफर भी तय किया। मनीष प्राची के पति भी है। वहीं मनजीत सिंह ने 200 मीटर रेस के फाइनल में पहुंचे और खिलाड़ी भी 200 मीटर रेस में भाग लिया। बता दें कि राजधानी भोपाल के छोटे तालाब में लगभग 1 माह तक प्रशिक्षण किया था। मुख्य कोच मयंक ठाकुर ने इन्हें प्रशिक्षण दिया ।भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन पर आईकेसीए के अध्यक्ष प्रशांत कुशवाहा और सचिव डॉक्टर बनार ने बधाई व शुभकामनाएं भी प्रेषित की है।

बता दें कि प्राची 4 साल से प्रशिक्षण ले रही थी ।लॉकडाउन में भी उन्होंने विशेष अनुमति लेकर अपना अभ्यास जारी रखा। टोक्यो में भी प्राची ने शानदार प्रयास और सेमीफाइनल तक का सफर तय किया ।मयंक ठाकुर ने जानकारी देते हुए कहा कि प्राची ने बहुत मेहनत की ग्वालियर से भोपाल आने के बाद उसने अपना पूरा ध्यान खेल पर रखा और आज इतनी बड़ी सफलता हासिल की है।

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