MP : विद्यार्थियों के हित में शिक्षा विभाग ने लिया बड़ा फैसला, 24 मार्च से शुरू होगा विशेष सर्वे, ये छात्र होंगे लाभान्वित
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार और शिक्षा विभाग के द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत कई तरह के बदलाव किए जा रहे है तो वहीं दूसरी ओर छात्रों के भविष्य को लेकर शिक्षा विभाग छात्रों के हित में कई तरह के फैसले ले रहे है। इसी बीच छात्रों के लिए एक और बड़ा फैसला लिया है। जिसमें महामारी के दौरान स्कूल ना खुलने की वजह से बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हुई है, जहां अब बच्चों के लर्निंग लॉस का पता लगाने के लिए 24 मार्च से एनसीआरटी द्वारा सर्वे अभियान चलाया जाएगा। जिसमें सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के पहली और दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों की सीखने की क्षमता परखा जाएगा। इसके बाद जो रिजल्ट निकल कर आएगा उस पर तैयारी की जाएगी।
दरअसल महामारी के दौरान मध्यप्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में बच्चों को काफी नुकसान हुआ था। वहीं बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने के साथ ही उन्हें कई तरह की परेशानियों से गुजारना पड़ा था। हालांकि शिवराज सरकार के आदेश के बाद प्रदेश भर के स्कूलों में ऑनलाइन चलाई गई थी। लेकिन इसके बावजूद भी कई बच्चे ऐसे थे जो ऑनलाइन पढ़ाई करने में असमर्थ थे। इसी बीच अब शिवराज सरकार और स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा इनके लर्निंग लास्ट का पता लगाने के लिए विशेष तरह का सर्वे किया जा रहा है। जिसमें पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों का सीखने की क्षमता का सर्वे किया जाएगा।
500 स्कूल के बच्चों को करेंगे शामिल
बता दें कि 24 मार्च से एनसीईआरटी के द्वारा सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों की सीखने और समझने की क्षमता का पता लगाने के लिए सर्वे किया जाएगा। इसमें करीब 500 स्कूलों के बच्चों को शामिल किया गया। जिसमें 10 से 15 बच्चों को सैंपल के तौर पर लिया जाएगा।
इसमें लिखित और ऑरल दोनों पैटर्न पर सर्वे कार्य एनसीईआरटी के द्वारा किया जाना है। जिसमें बच्चों से बेसिक जानकारी ली जाएगी ।जिसके बाद 2 साल में बच्चों की सीखने की क्षमता कितनी घटी और बढ़ी है। इस सर्वे में पता चल जाएगा इसके बाद एक रिपोर्ट तैयार कर इसकी तैयारी की जाएगी, लेकिन इससे पहले एनसीईआरटी नेशनल अचीवमेंट सर्वे भी किया था।