सीधी के पत्रकार कनिष्ठ तिवारी के साथ हुआ था अमानवीय बर्ताव, वीडियो जारी कर बताई पूरी कहानी

मध्यप्रदेश का सीधी जिला इन दिनों चर्चा में और होगा भी क्यों नहीं यहां पर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की आवाज को दबाने की कोशिश की गई है। यहां पत्रकार कनिष्क तिवारी के साथ ही कुछ लोगों को कोतवाली थाने में अर्धनग्न हालत में रखा गया। पुलिस के द्वारा किए गए इस अमानवीय बर्ताव के बाद मध्य प्रदेश की सियासत गरमा गई है। सोशल मीडिया से लेकर हर तरफ पुलिस के इस चेहरे की आलोचना की जा रही है। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस मामले में हस्तक्षेप कर लिया है और डीआईजी और रीवा आईजी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

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वहीं इसी बीच अब मामले से जुड़े पत्रकार कनिष्ठ तिवारी का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वहां पूरा मामला कैसे शुरू हुआ और उनके साथ में किस तरीके से बर्ताव किया गया इसके बारे में बताते हुए नजर आ रहे हैं।

दरअसल देश में जब भी कोई पत्रकार आवाज बुलंद करता है तो उसकी आवाज दवा दी जाती है। ऐसा ही मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुआ, जहां पर कुछ पत्रकारों ने आवाज बुलंद की, लेकिन उनकी आवाज को दबा दी गई और उनके साथ इस तरह का बर्ताव किया गया जैसे एक आरोपी के साथ किया जाता है। पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होता है और वहां जनता और सरकार के बीच की कड़ी के रूप में काम करता है, लेकिन यहां कुछ लोग अपने पद का गलत उपयोग कर उनकी आवाजों को दवा देते हैं।

जानिए कौन है पत्रकार कनिष्क तिवारी

उन्हीं में से एक पत्रकार कनिष्क तिवारी भी थे जिन्होंने अपनी आवाज बुलंद करने की कोशिश की, लेकिन उनकी आवाज को दबा दिया गया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही यह तस्वीर अब इस बात का सबूत दे रही है। इस तस्वीर में सबसे बाई में कनिष्ठ तिवारी खड़े है। कनिष्ठ इस सीधी के ही रहने वाले और वह एक पत्रकार के रूप में काम करते हैं। वहीं हिंदी न्यूज़ चैनल से जुड़े होने के साथ ही खुद का यूट्यूब चैनल भी चलाते है। इसके साथ ही इंद्रावती नाट्य समिति से जुड़े हुए हैं।

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क​निष्क तिवारी ने वीडियों में बताई आपबीती

थाने से बाहर आने के बाद अब पत्रकार कनिष्क तिवारी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए उनके साथ हुए बर्ताव के बारे में बताया है। कनिष्ठ तिवारी का कहना है कि भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला के कहने पर उनके साथ पुलिस के द्वारा इस तरह का बर्ताव किया गया है। वहीं उन्होंने कहा कि 2 अप्रैल को रंगकर्मी और इंद्रावती नाट्य समिति के निदेशक नीरज कुंदेर को बीजेपी विधायक और उनके बेटे गुरुदत्त के खिलाफ गलत टिप्पणी करने के मामले में जेल भिजवा दिया ।जब इस मामले में खबर का कबरेज लेने थाने पहुंचे तो पुलिस ने इस बात के लिए गिरफ्तार कर लिया कि तुम विधायक के खिलाफ खबरें चलाते हो। इसके साथ ही अब कनिष्क तिवारी ने वीडियो के माध्यम से अपनी और परिवार को सुरक्षा देने की मांग की है।

इन पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई

बता दें कि सोशल मीडिया पर जैसे ही इस मामले का खुलासा हुआ तो इसके बाद कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो गई। इसमें थाना प्रभारी और उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। वहीं इस मामले में पुलिस एसपी मुकेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि थाना प्रभारी मनोज सोनी और अभिषेक सिंह को तलब किया गया है। फिलहाल इस मामले में और भी कई कार्यवाही हुई इसके साथ ही डीआईजी और रीवा आईजी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।