जाने कौन है पद्मश्री लेने वाले 125 साल के स्वामी शिवानंद, जिनके सम्मान में झुकाया PM मोदी ने अपना सर

देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा हाल ही में देश के लिए किए गए अच्छे कार्यों के लिए कई जाने माने लोगों को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है। इस दौरान की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आ रही है। बताने की राष्ट्रपति द्वारा बहुत से लोगों को पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया। इस दौरान 125 साल के बुजुर्ग भी राष्ट्रपति से पद्मश्री सम्मान लेने पहुंचे। ऐसे में इन बुजुर्गों को देखकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपना सिर झुकाया।

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पद्मश्री लेने पहुंचे 125 साल के बुजुर्ग

बता दें कि इस दौरान की तस्वीरें काफी वायरल हो रही है और सभी यह जानने की कोशिश में लगे हैं कि यहां 125 साल के बुजुर्ग आखिर है कौन? जिनके सम्मान में पीएम मोदी भी झुक गए। तो आपको बता दें कि ये स्वामी शिवानंद जिन्होंने योग के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने अपना जीवन योग के नाम ही किया हैं। जैसे ही पद्मश्री सम्मान के लिए स्वामी शिवानंद का नाम पुकारा गया तो वे तो वहां हाजिर हुए।

पीएम मोदी ने सिर झुका कर किया सम्मान

ऐसे में वे पीएम मोदी के सामने प्रणाम करते हुए नजर आए ऐसे में पीएम मोदी ने भी उन्हें झुककर उनका अभिवादन किया। इस दौरान की तस्वीरें खूब वायरल हो रही है। जिन्हें काफी ज्यादा पसंद किया जा रहा है। इतना ही नहीं स्वामी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी प्रणाम करते हुए नजर आए ऐसे में खुद राष्ट्रपति ने उन्हें नीचे झुककर ऊपर उठाया और उनसे काफी बातें की स्वामी के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने बहुत छोटी उम्र से ही योग करना चालू कर दिया।

स्वामी सिवानंद द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति को किए गए दंडवत प्रणाम ने सभी का दिल जीत लिया। बता दे कि जैसे ही स्वामी की हाल में एंट्री हुई वैसे ही सभी का ध्यान उनकी और आकर्षित होने लगा और उनका इस तरह राष्ट्रपति और पीएम मोदी को दंडवत प्रणाम करना सभी को काफी पसंद आया सभी ने खड़े होकर तालियों से उनका अभिवादन किया। इतना ही नहीं सब इस बात को जानने की कोशिश में लगे हैं कि आखिरकार स्वामी शिवानंद है कौन?

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6 साल की उम्र में छूट गया था परिवार का साथ

साल 1896 में जन्मे स्वामी शिवानंद ने बंगाल से काशी पहुंचकर सेवा करने का कार्य चालू किया। उन्होंने ओंकारानंद से शिक्षा प्रदान की है इसके बाद उन्होंने योग के क्षेत्र में अपने कदम रखें और अपना पूरा जीवन योग के नाम कर दिया उन्होंने योग के क्षेत्र में महारत हासिल की है इतना ही नहीं 6 साल की उम्र में स्वामी शिवानंद के परिवार ने अचानक ही उनका साथ छोड़ दिया था। उनके माता पिता और उनकी बहन का निधन हो गया।

34 साल में की है पूरी देश की यात्रा

स्वामी शिवानंद के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने अपने माता पिता को मुखाग्नि देने से भी इनकार कर दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने सब चीज का त्याग कर दिया था। स्वामी के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने पूरी दुनिया का दौरा किया है बताया जाता है कि इसके लिए उन्होंने तकरीबन 34 सालों तक लगातार यात्राएं की लंदन से शुरू ही उनकी यात्रा के दौरान उन्होंने यूरोप अमेरिका और भी कई देशों की यात्रा की है उनके बारे में बताया जाता है कि आज भी वह उबला हुआ भोजन ग्रहण करते हैं और सिंपल जिंदगी जीते हैं।