मध्यप्रदेश की ये महिलाएं अपने हुनर से बनेगी आत्मनिर्भर,​ विभाग कर रहा ये तैयारी, जानें कैसे

मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार महिलाओं के लिए कई तरह की योजना चला रही है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लगातार प्रयास कर रही है। वर्तमान में देखें तो महिलाओं के लिए महिला स्व सहायता समूह चलाया जा रहा है। जिसमें महिलाओं को जोड़कर उन्हें रोजगार दिया जा रहा है। ऐसे में अब इन महिलाओं कि आय प्रतिमाह 10000 तक पहुंच चुकी है। वहीं सरकार की तरफ से भी इनकी पूरी मदद की जा रही है। इसी बीच अब एक और खबर सामने आई है जिसके अनुसार महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें विभिन्न प्रकार के कोर्स का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए प्रदेश भर में सर्वे कार्य शुरू हो रहा है।

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महिलाओं को मिलेगा विभिन्न प्रकार के कोर्स का प्रशिक्षण

एक तरफ शिवराज सरकार के द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर महिला और बाल विकास विभाग भी अब महिलाओं को विभिन्न प्रकार के कोर्स का प्रशिक्षण देने के लिए मैदान में उतर आया हैं। ऐसे में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्रदेश भर में सर्वे कराया जाएगा और इन महिलाओं को कई तरह के प्रशिक्षण दिए जाएंगे। जिससे महिला सशक्तिकरण मजबूत हो सके और महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर कुछ काम कर अच्छी आमदनी कमा सके।

इन महिला और युवतियों को देंगे प्रशिक्षण

वैसे तो मध्य प्रदेश में महिलाओं के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है जिसमें तेजाब पीड़िता, तलाकशुदा, रेप पीड़िता, इसके साथ ही गरीबी रेखा में जीवन यापन करने वाली महिलाओं और अपराध में जेल में बंद महिला या युवती सहित अन्य प्रकार की महिलाएं शामिल है। इनको अब चिन्हित कर महिला एवं बाल विकास विभाग प्रदेश भर में सर्वे शुरु करवा रहा है। जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री महिला अधिकारिता योजना के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रमों से जुड़कर और रोजगार दिलाने में मदद कर पीड़ित महिलाओं लड़कियों को आत्म निर्भर बनाने का सर्वे शुरू करेगा।

सरकार ने दिया विभाग को दिया 3.5 लाख का फंड

बता दें कि इसके लिए शिवराज सरकार की तरफ से महिला बाल विकास विभाग को 3.5 लाख रुपए की राशि दे दी गई है। हालांकि विभाग को फंड की जरूरत होगी तो डिमांड पर और भी दिया जा सकता है। इसके साथ ही अधिकारियों ने जानकारी दी है कि सर्वे के दौरान महिलाओं और युवतियों की पहचान को उजागर नहीं किया जाएगा। वहीं प्रशिक्षण संस्थाओं और प्रशिक्षण कर्ताओं को केवल सूची दी जाएगी।

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वहीं उनकी सभी पृष्ठभूमि को गोपनीय रखा जाएगा। वहीं इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि विभाग इस योजना का फायदा देने के लिए ऐसी महिलाओं से संपर्क साधने में लगा है जो कि अपराध में दोषी और इस समय जेल में है। ऐसी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास से अब इस योजना से जोड़ा जाएगा।

जाने किस कोर्स की दी जाएगी ट्रेनिंग

बता दें कि महिला बाल विकास विभाग के द्वारा प्रदेश भर में महिलाओं का सर्वे कार्य शुरू किया जाएगा। इसमें जिन महिलाओं को चयनित किया जाएगा उन्हें ब्यूटीशियन, होटल इवेंट, मैनेजमेंट कोर्स, नरसिंह, शॉर्ट टर्म, मैनेजमेंट, बैंकिंग, लैब असिस्टेंट, आरटीआई, पॉलिटेक्निक, B.ed और D.Ed कोर्स फार्मेसी समेत कई तरह के कोर्स शामिल है।

अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि इसमें कई एनजीओ की मदद ली जाएगी ।जिसमें स्थानीय गैर सरकारी संगठनों सामाजिक और सरकार द्वारा संचालित संगठन मदद करेंगे और यह संस्थाएं महिलाओं को प्रशिक्षण देगी। खास बात यह है कि इन महिलाओं को प्रशिक्षण इसलिए दिया जा रहा है, ताकि वे बिना किसी पर निर्भर हुए अपना और बच्चों का आर्थिक बोझ उठा सके।