15वीं राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मू, पैतृक गांव में जश्न के लिए बन रहे लड्डू, जानिए कौन दिलाता है राष्ट्रपति को शपथ

भारत को 21 जुलाई 2022 को 15वां नया राष्ट्रपति मिलने वाला है। दरअसल राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना चल रही है। अनुमान है कि गुरुवार शाम 4:00 बजे तक इसके परिणाम भी आ जाएंगे। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि भारत को अब राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू मिलने वाली है। हालांकि इनके सामने यशवंत सिंह सिन्हा भी राष्ट्रपति पद के लिए दावेदार है ।हालांकि अभी तक परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं, लेकिन इस चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत निश्चित मानी जा रही है। ऐसे में उनके पैतृक गांव में जश्न शुरू हो चुका है। करीब 20000 लड्डूओं को बनाने की तैयारी सुबह से की जा रही है जैसे ही परिणाम आएंगे। घोषणा के बाद जनता को खिलाया जाएगा।

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गांव में बांटेंगे जायेंगे 20 हजार लड्डू

बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव खत्म हो चुका है। गुरुवार सुबह 11:00 बजे से वोटों की गिनती हो रही है। संसद के उसी कमरा नंबर 63 में हो रही है जहां पर सांसदों ने वोट डाले थे। इसी कमरे को स्थान ग्रुप बनाया गया था। यहां पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी रखी गई है। बता दें कि भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की जगह अब अगला महामहिम राष्ट्रपति कौन होगा इसकी आज घोषणा हो जाएगी। वहीं द्रौपदी मुर्मू के सामने यशवंत सिन्हा दावेदार के रूप में खड़े हुए हैं। हालांकि एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत निश्चित मानी जा रही है। ऐसे में उनके पैतृक गांव में जश्न शुरू हो चुका है। इसके अलावा 20 हजार लड्डुओं को बनाने की तैयारी भी सुबह से की जा रही है।

द्रौपदी मुर्मू को मिला 27 दलों का समर्थन

द्रौपदी मुर्मू से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद है जिनका कार्यकाल खत्म हो चुका है। इसके बाद मतदान हुआ और मतदान के बाद मतगणना गुरुवार सुबह से चल रही शाम 4:00 बजे तक इसके परिणाम भी घोषित हो जाएंगे ।संसद भवन में जहां पर वोटिंग हुई थी वहीं पर वोटों की गिनती भी की जा रही है। यहां 730 वोट डाले गए थे। इन वोटों की गिनती पूरी होने के बाद राज्यों में डाले गए वोटों की गिनती शुरू होगी। इसके लिए अल्फाबेटिकली राज्यों के नाम से 10 राज्यों की मत पेटियां बारी-बारी से निकाली जाएगी। हालांकि एनडीए के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का चुना जाना लगभग तय हो चुका है। 27 दलों का समर्थन उन्हें मिला है। उनका पलड़ा भारी नजर आ रहा है। वहीं विपक्ष की तरफ से उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 14 दलों का समर्थन मिला है।

25 जुलाई को नए राष्ट्रपति लेंगे शपथ

इस बार जो भी राष्ट्रपति के रूप में चुना जाएगा वहां 25 जुलाई को ही शपथ लेंगे। राष्ट्रपति कब शपथ लेंगे इसके बारे में देश के संविधान में कोई उल्लेख नहीं है। दरअसल 1977 में तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी निर्विरोध राष्ट्रपति चुने गए थे और उन्होंने 25 जुलाई 1977 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। इसके बाद से 25 जुलाई को ही राष्ट्रपति द्वारा शपथ लेने की परंपरा बन गई ।

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जानिए कौन दिलाता है राष्ट्रपति की शपथ

हालांकि अभी तक कई लोगों को यह नहीं पता है कि राष्ट्रपति को शपथ कौन दिलाता है तो आपको बता दें कि राष्ट्रपति को शपथ देश के चीफ जस्टिस दिलाते हैं ।भारतीय संविधान के अनुच्छेद 60 में राष्ट्रपति को शपथ दिलाने की प्रक्रिया का उल्लेख किया गया है। किसी कारणवश चीफ जस्टिस राष्ट्रपति को शपथ दिलाने के लिए उपस्थित नहीं है तो सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील भी राष्ट्रपति को शपथ दिला सकते हैं।

5 लाख रुपये प्रतिमाह मिलती है सैलेरी

कई लोगों के मन में सवाल यह भी उठता है कि आखिर राष्ट्रपति की सैलरी कितनी होगी तो आपको बता दें एक राष्ट्रपति की सैलरी प्रतिमाह 500000 होती है। इसके अलावा कई अन्य भत्ते भी उन्हें मिलते हैं। इसमें फ्री मेडिकल सुविधा, घर बिजली, टेलीफोन बिल समेत अन्य भत्ते शामिल है ।राष्ट्रपति mercedes-benz में सफर करते हैं और उनके काफिले में 25 वाहन होते हैं। राष्ट्रपति की सुरक्षा में स्पेशल गार्ड तैनात रहते हैं जिन्हें प्रेसीडेंशियल घाट कहा जाता है। वहीं राष्ट्रपति पद से हटने के बाद उन्हें 1.5 लाख रुपए की पेंशन मिलती है। इसके साथ ही रहने के लिए मुफ्त बांगला, एक मोबाइल फोन, फ्री लेड लाइन फोन और लाइफटाइम फ्री रिचार्ज की सुविधा भी मिलती है।