5 सितंबर शिक्षक दिवस पर अतिथि शिक्षकों को मिलेगा तोहफा, शिवराज सरकार कर सकती है ये बड़ी घोषणा

देशभर में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाएगा ।हर साल शिवराज सरकार की तरफ से शिक्षकों को कुछ ना कुछ होगा जरूर मिलता है। इस बार भी शिक्षकों को शिवराज सरकार की तरफ से कुछ ना कुछ होगा जरूर दिया जायेगा। भाजपा और कांग्रेस दोनों एक दूसरे पर काफी तंज कसती रहती है। कभी भाजपा सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को श्रीमान बंटाधार कहा था और शिक्षाकर्मियों संविदा कर्मियों का शोषण कहती थी। इन मुद्दों पर विपक्ष में रहते भाजपा ने खूब शोर शराबा किया। भाजपा ने सत्ता में आते ही बाबूलाल गौर के मुख्यमंत्री रहते हुए 2006 और 07 में अतिथि शिक्षक पदों पर 1000 प्रति माह में स्कूलों में अतिथि शिक्षकों को नियुक्त किया था।

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2007-08 में बढ़ाया था इनका मानदेय

दरअसल शैक्षणिक सत्र 2007 और 2008 की बात करें अतिथि शिक्षकों को प्राथमिक विद्यालय में अधिकतम 2500 रुपए प्रतिमाह माध्यमिक एवं हाई स्कूल में 3400 रुपए प्रति माह और हायर सेकेंडरी में 4500 रुपए प्रतिमाह मानदेय दिया जाता था ।इसके बाद शैक्षणिक सत्र 2016-17 तक इसे जारी रखा गया। इनको ऑनलाइन चयन प्रक्रिया के नाम पर भी बाहर कर दिया गया। जिससे 8-10 वर्ष तक शासकीय विद्यालयों में सेवा देने वाले अतिथि शिक्षक बाहर हो गए जो पुराने एवं नए अतिथि शिक्षक नियुक्त किए गए। उनको शैक्षणिक सत्र 2017-18 से प्राथमिक विद्यालय में अधिकतम 5000 रुपए प्रतिमाह माध्यमिक एवं हाई स्कूल में अधिकतम 6900 रुपए प्रति माह और हायर सेकेंडरी में अधिकतम 9000 रुपए थी ।

भाजपा सरकार ने की थी ये कहीं सारी घोषणा

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने को लेकर पुनः उसी विश्वविद्यालय में रखने की घोषणा की थी। इसका आदेश भी अभी तक जारी नहीं हुआ है। अगर भाजपा सरकार की घोषणाओं की बात करें तो रायसेन जिले में 11 मई 2023 को चंदू मेले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 3 साल अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक बनाने की घोषणा की थी । इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है। मुख्य शिवराज सिंह ने कुछ समय पहले बुधनी दौरे पर अतिथि शिक्षकों को विभागीय परीक्षा देने की बात कही थी पर अभी तक उस परीक्षा का अता पता नहीं चला है ।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने भी अतिथि शिक्षकों को अच्छी खबर मिलने का बयान दिया था, लेकिन अभी तक ऐसी कोई अच्छी खबर तक नहीं मिली है। दो हजार 2018-19 में विपक्ष में रहते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं वर्तमान गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा अतिथि शिक्षकों के आंदोलन स्तर पर गए थे उनकी मांगों का समर्थन भी किया था लेकिन अभी तक सत्ता में आते हुए भी अतिथि शिक्षकों को किसी भी तरह का लाभ नहीं मिला है।

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कांग्रेस ने भी अतिथि शिक्षकों के लिए की थी घोषणा

जबकि अगर हम कांग्रेस के घोषणाओं की बात करें तो विधानसभा चुनाव 2018 में अतिथि शिक्षकों को 90 दिन में नियमितीकरण का वचन दिया था जो उनके घोषणा पत्र में शामिल था। कमलनाथ दिग्विजय सिंह तत्कालीन कांग्रेसी नेता वर्तमान में भाजपा सरकार में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी सरकार बनने पर सरस्वती को सम्मान देने की बात मंच पर कही थी, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ हुआ ही नहीं है। अतिथि शिक्षक नियमितीकरण की जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह ने ली थी ।उन्होंने शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ को उनके नियमितीकरण के संबंध में ट्रवीट भी किया था और शिक्षक सम्मान समारोह में इस विषय पर घोषणा करने को भी कहा था, लेकिन अभी तक उनका वचन पूरा नहीं हुआ है।

जानिए भाजपा ने अतिथि शिक्षकों को क्या दिया

अगर हम कहें कि भाजपा सरकार ने अतिथि शिक्षकों को क्या दिया है तो वर्ग 1 व 2 शिक्षक पदों पर होने वाली भर्ती परीक्षा में अतिथि शिक्षकों के लिए 25 प्रतिशत आरक्षण दिया यह आरक्षण भी तीन सत्र में 200 दिन कार्य करने वाले अतिथि शिक्षकों को मिला है। पुराने अतिथि शिक्षकों की अपेक्षा इस में की गई परंतु वर्ग 2 में सामाजिक विज्ञान विज्ञान हिंदी विषय के इतने कम पद हैं। इसका कोई औचित्य नहीं है इसके विपरीत अगर उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों की भांति अतिथि शिक्षकों कोर्ट 2.5 अनुदेशक अधिकतम 10 वर्षों तक देने वाली प्रक्रिया अपनाई जाती तो अधिक लाभकारी होती।

जानिए कांग्रेस ने क्या कुछ दिया

अगर आप कहे कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में क्या दिया है तो अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण का वचन दिया था । कांग्रेस पार्टी की सरकार उनके मंत्री 15 माह तक सिर्फ बजट का रोना रोते रहे। अतिथि शिक्षकों को ना तो नियमितीकरण दे सके और ना ही शिक्षक भर्ती में बोनस अनुदेशक मानदेय बढ़ा सके सिर्फ दे पाए तो सत्र 2018-19 में 72 दिन कार्य करने वाले अतिथि शिक्षकों को अतिथि शिक्षक बनने के लिए 25 बोनस बोनस अंक जो 29 शिक्षक स्कोरकार्ड में ऐड हो गए हैं। यहीं वजह थी कि अतिथि शिक्षकों का मुद्दा कांग्रेस सरकार गिरने का सबसे बड़ा कारण बना था।

शिक्षक दिवस पर बढ़ सकता है मानदेय

सोमवार 5 सितंबर शिक्षक दिवस मनाया जाएगा इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अतिथि शिक्षकों को बड़ी सौगात दे सकती है ।अनुमान लगाया जा रहा है कि अतिथि शिक्षकों का मानदेय शैक्षणिक सत्र 2022-2023 में बढ़ाने का बयान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिया था। इसके साथ ही पूर्व से कार्यरत शिक्षकों को शाला में सेवा का मौका देने की बात भी कही थी। जिसके आदेश इस सत्र में स्पष्ट रूप से निकाले गए हैं जिससे विगत सत्र में कार्यरत अतिथि शिक्षक शिक्षक पद रिक्त रहने पर भी उसी विद्यालय में सेवा दे पा रहे। अभी गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने की घोषणा शिक्षक दिवस पर कर सकते हैं।