इंदौर से आखिर क्यों नाराज थी स्वर कोकिला लता मंगेशकर, कैलाश विजयवर्गीय ने किया ये बड़ा खुलासा

इंदौर के पूर्व महापौर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने लाभ मंडपम में आयोजित लता दीदी श्रद्धांजलि कार्यक्रम में यह कह कर सबको चौंका दिया कि लता जी इंदौर से नाराज थीं। राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कार्यक्रम में यह कह कर सबको चौंका दिया कि लता जी इंदौर से नाराज थीं। जिस पर उन्होंने दुःख व्यक्त किया ,कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुझे एक बात का बड़ा अफसोस है मेरी बड़ी इच्छा थी कि लताजी इंदौर आएं। गौरतलब है कि लता मंगेशकर का जन्म ​इंदौर में ही हुआ था और बीते दिनों ही कोरोना के चलते अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हुआ था।

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लाभ मंडपम में आयोजित स्वर कोकिला लता दीदी श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सुर प्रेमियों ने लता दीदी के गाये गीत गाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी , साथ ही इस समारोह में दीदी के कई प्रसंशक मौजूद रहे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और पूर्व महापौर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी मौजुद रहे जिन्होंने लता दीदी के गाये गीत गाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी ।

राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय बोले

वहीं राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कार्यक्रम में यह कह कर सबको चौंका दिया कि लता जी इंदौर से नाराज थीं। जिस पर उन्होंने दुःख व्यक्त किया ,कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मुझे एक बात का बड़ा अफसोस है मेरी बड़ी इच्छा थी कि लताजी इंदौर आएं। मुझे भैय्यू महाराज ने कहा था मैं लता जी को इंदौर लेकर आऊंगा । भैय्यू महाराज चले गए उसके बाद लता जी भी चली गईं। वहीं लता मंगेशकर जी की नारायण बाग में रहने वाली रिश्तेदार कविता प्रगट ने भी इस बात को दोहराया कि लता जी इंदौर से नाराज थीं इसलिए फिर वह 1983 के बाद इंदौर में कोई कार्यक्रम देने नहीं आईं। आखिर क्या थी वह घटना जिससे लता जी इंदौर से नाराज हो गई थीं।

फिलहाल एक बात तो साफ़ तौर पर ज़ाहिर है की स्वर कोकिला लता मंगेशकर इंदौर में जन्मी थी, जिसकी चर्चा और उससे जुड़े किस्से उन्होंने अपने कई इंटरव्यू में किए है, लेकिन वो क्या बात थी जिससे लता दीदी नाराज थी इसके बारे में अब तक कोई नहीं जानता है.
इंदौर से धीरज पगारे की रिपोर्ट

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